Saturday, 15 February 2025

युवा मित्रों की बहाली को लेकर सरकार पर दबाव, बजट- 2025 और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उम्मीद


युवा मित्रों की बहाली को लेकर सरकार पर दबाव, बजट- 2025 और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उम्मीद

राजस्थान में युवा मित्रों की बहाली को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। पिछले एक साल से भी अधिक समय से ये युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

युवा मित्रों ने 72 दिन तक शहीद स्मारक पर धरना दिया, क्रमिक अनशन किया और सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए अर्धनग्न प्रदर्शन, खून से पत्र लिखने, मुर्गा प्रदर्शन, आंशिक फांसी प्रदर्शन जैसे कई प्रयास किए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। आखिरकार, हताश होकर कुछ युवा मित्र पानी की टंकी पर भी चढ़ गए।

सरकार के वादे अधूरे: 16 मार्च 2024 को मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव सिद्धार्थ सिहाग, जयपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और आयोजन विभाग के मुख्य सचिव नवीन जैन के साथ वार्ता हुई।आचार संहिता हटने के बाद बिना कोई केस दर्ज किए बहाली का आश्वासन दिया गया था।लेकिन अब तक बहाली नहीं हुई, बल्कि कई मामलों में केस दर्ज कर दिए गए।

बेरोजगारी से मौतें, परिवारों पर संकट: अब तक बेरोजगारी के सदमे से दो युवा मित्रों की मौत हो चुकी है, जबकि एक ने आत्महत्या कर ली। इसमें कई दिव्यांग युवा मित्रों की हालत भीख मांगने जैसी हो चुकी है। प्रदेशभर में ब्लॉक और जिला स्तर पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं।

भाजपा नेताओं का भी समर्थन: युवा मित्र संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष संजय मीणा हींगवा ने बताया कि भाजपा के सांसदों, विधायकों, प्रधानों, सरपंचों, पार्षदों, मंडल अध्यक्षों आदि ने मुख्यमंत्री भजन लालशर्मा को पत्र लिखकर इन युवा मित्रों को अटल प्रेरक भर्ती में समायोजित करने की मांग की है। इन युवाओं को बहाल कर सरकार की योजनाओं को अंतिम पंक्ति तक पहुंचाने में मदद मिल सकती है।

19 फरवरी के बजट से उम्मीदें : युवा मित्रों की निगाहें अब 19 फरवरी को पेश होने वाले बजट और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर उम्मीदें टिकी हैं। उन्हें विश्वास है कि सरकार उनकी पीड़ा को समझेगी और बेरोजगारी के संकट से राहत दिलाएगी।

आंदोलन की चेतावनी:अगर बजट में भी उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो युवा मित्रों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।संघर्ष समिति ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो पूरे प्रदेश में युवा मित्रों की मौत की खबरें आम हो जाएंगी।

राजस्थान के युवा मित्र पिछले एक साल से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। 19 फरवरी का बजट मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आखिरी उम्मीदबनी हुई है। अगर सरकार इस बार भी उनकी मांगें नहीं मानती, तो राज्य में एक बड़ा आंदोलन देखने को मिल सकता है।

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