प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में लोकसभा में भाषण दिया। 1 घंटे 35 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने विपक्ष पर तीखे हमले किए और नाम लिए बिना गांधी परिवार, अरविंद केजरीवाल और अन्य विपक्षी नेताओं को निशाने पर लिया।
केजरीवाल पर बिना नाम लिए हमला – "शीशमहल नहीं, देश बनाने में लगाया पैसा":दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है, ऐसे में पीएम मोदी का यह बयान राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।
उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि पहले अखबारों में हेडलाइन होती थी – इतने लाख के घोटाले। 10 साल हो गए, अब ये घोटाले नहीं हो रहे। इससे लाखों करोड़ रुपए बचे हैं, जो जनता की सेवा में लगे हैं।
पीएम मोदी ने केजरीवाल के बंगले पर हुए खर्च को लेकर कहाकि हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है।
भ्रष्टाचार और घोटालों पर तंज:पीएम मोदी ने कहा कि पहले सरकारों में घोटाले ही घोटाले होते थे।अब पिछले 10 सालों में इन घोटालों पर रोक लगी है और जनता का पैसा सही जगह खर्च हो रहा है।विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग भ्रष्टाचार के मामलों में फंसने के बाद खुद को बचाने के लिए नई-नई रणनीतियां बना रहे हैं।
गांधी परिवार और कांग्रेस पर निशाना:पीएम मोदी ने नाम लिए बिना कांग्रेस और गांधी परिवार पर भी हमला बोला।उन्होंने कहा, "कुछ लोग देश की जनता के लिए नहीं, बल्कि अपने परिवार के लिए राजनीति करते हैं।"उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल में हुए घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि 10 साल पहले देश किस स्थिति में था और आज कहां पहुंच चुका है।
राजनीतिक संकेत और आगामी चुनावों पर असर:दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल सरकार पर पीएम मोदी के हमले को बड़ा राजनीतिक संदेश माना जा रहा है।पीएम मोदी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार और पारिवारिक राजनीति को बड़ा मुद्दा बनाकर विपक्ष पर दबाव बनाने की कोशिश की।इस भाषण से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी राजनीतिक माहौल तैयार किया जा रहा है।