उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस विवाद पर मंगलवार रात मीडिया से बातचीत में पुलिस प्रशासन और सरकार पर कड़े सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या कानून और संविधान का राज सिर्फ सरकार में बैठे लोगों के लिए है?
लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने खुलेआम गुंडागर्दी की छूट दी। प्रशासन की आंखों के सामने दहशत का माहौल बनाया गया। अगर कानून का राज है तो सोमवार को धारा 144 क्यों नहीं लागू की गई?"
उन्होंने कहा कि सिटी पैलेस के आस-पास मंगलवार को धारा 163 (पहले धारा 144) लगाई गई, लेकिन सोमवार को इसे क्यों नहीं लागू किया गया, जब विवाद की स्थिति बन रही थी।
लक्ष्यराज ने कहा कि इस विवाद ने न केवल सिटी पैलेस बल्कि उदयपुर की छवि को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, "एक व्यक्ति के घमंड और गुरूर के कारण सैकड़ों लोग परेशान हो रहे हैं। उदयपुर का नाम खराब हो रहा है, और मैं ऐसी सोच का समर्थन नहीं करता।
उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बावजूद सिटी पैलेस में घटनाएं कैसे घटित हुईं। उन्होंने कहा कि देश में कानून व्यवस्था नाम की चीज है, लेकिन उदयपुर में उसका पालन नहीं हो रहा। क्या हम वास्तव में कानून को लागू करवाना चाहते हैं?