जयपुर नगर निगम हेरिटेज की कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव का कार्यकाल सरकार ने 60 दिन के लिए बढ़ा दिया है। यह विस्तार तब आया है जब उनके पहले 60 दिनों का कार्यकाल 23 नवंबर को समाप्त हो गया। कुसुम यादव को 24 सितंबर को मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद कार्यवाहक मेयर के रूप में नियुक्त किया गया था।
तत्कालीन मेयर मुनेश गुर्जर को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उनके पद से निलंबित कर दिया गया था। एसीबी ने एक प्रकरण में मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दो अन्य व्यक्तियों को पट्टा जारी करने के बदले रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसीबी ने बाद में मुनेश गुर्जर को भी आरोपित बनाया।
कुसुम यादव ने 2020 में नगर निगम चुनावों में भाजपा से टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ा और वार्ड 74 से चुनाव जीतकर पार्षद बनीं। जीत के बाद उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया और जल्द ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी हासिल कर ली।
जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर, दोनों में चार साल के कार्यकाल के दौरान अब तक 2-2 मेयर नियुक्त हो चुके हैं। गहलोत सरकार के कार्यकाल में ग्रेटर निगम में डॉ. सौम्या गुर्जर और शील धाबाई कार्यवाहक मेयर रहीं। वहीं, अब भजनलाल सरकार के कार्यकाल में हेरिटेज निगम में मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद कुसुम यादव को कार्यवाहक मेयर नियुक्त किया गया।