राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत आयोजित होने जा रहे एमएसएमई कॉन्क्लेव के लिए उद्यमियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक माहौल बनाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को साकार करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने यह बात सेवा सदन, सहकार मार्ग स्थित संगठन के प्रदेश कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में कही।
लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि जब कोई उद्यमी नया उद्योग शुरू करता है, तो उसे 20 से अधिक विभागों से अनुमति लेनी पड़ती है। यह प्रक्रिया निवेशकों के लिए बाधा बनती है। सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने से यह समस्या दूर होगी और निवेश के लिए बेहतर माहौल तैयार होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में 20 लाख से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जिनमें से यदि आधे भी धरातल पर उतरते हैं, तो प्रदेश की इकोनॉमी ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है।
एमएसएमई कॉन्क्लेव के संयोजक महेंद्र मिश्रा ने बताया कि कॉन्क्लेव को लेकर उद्यमियों में भारी उत्साह है। अब तक 10 हजार से अधिक उद्यमियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है, जो आयोजन स्थल की क्षमता से कहीं ज्यादा है। घनश्याम ओझा ने कहा कि "विकसित भारत के लिए विकसित राजस्थान" का सपना पूरा करने के लिए प्रदेश में उद्योग और निवेश का मजबूत आधार बनाना जरूरी है। बैठक में राष्ट्रीय सचिव नरेश पारीक, प्रदेश कोषाध्यक्ष अरुण जाजोदिया, प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र खुराना और नटवरलाल अजमेरा, जयपुर अंचल अध्यक्ष सुधीर गर्ग, महामंत्री सुनीता शर्मा, विष्णु शर्मा, नवरतन नरानिया, उदय भुवालका और पंकज गोयल मौजूद रहे। सभी ने कॉन्क्लेव की तैयारियों पर विचार-विमर्श किया और इसे सफल बनाने के लिए अपने सुझाव दिए। कॉन्क्लेव का आयोजन: 11 दिसंबर 2024 उद्यमियों की संख्या: 10 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन प्रमुख मुद्दे: सिंगल विंडो सिस्टम, निवेश के लिए औद्योगिक माहौल प्रमुख उद्देश्य: राजस्थान को विकसित राज्य बनाना और इकोनॉमी को ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना।10 हजार उद्यमियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
राइजिंग राजस्थान समिट का उद्देश्य
समीक्षा बैठक में विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम की मुख्य बातें: