18 वीं लोकसभा का तीसरा सत्र (शीतकालीन सत्र) सोमवार से शुरू हो रहा है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र में 19 बैठकें होंगी। सरकार ने इस दौरान 16 विधेयकों को संसद में पेश करने और पारित कराने की योजना बनाई है। इनमें वक्फ संशोधन विधेयक मुख्य रूप से शामिल है।
लोकसभा बुलेटिन के अनुसार, लोकसभा में 8 और राज्यसभा में 2 विधेयक लंबित हैं। सरकार ने सभी विधेयकों पर चर्चा के लिए रणनीति तैयार कर ली है।
रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें 30 पार्टियों के 42 नेताओं ने हिस्सा लिया।
कांग्रेस की मांग: कांग्रेस ने पहले दिन लोकसभा में अडाणी मामले पर बहस की मांग की।
अडाणी विवाद: अमेरिका की न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट में गौतम अडाणी पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारतीय अधिकारियों को₹2,200 करोड़ रिश्वत देने का आरोप है। राहुल गांधी ने इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग की है।
अन्य मुद्दे: कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मणिपुर हिंसा, प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं पर भी संसद में चर्चा का प्रस्ताव रखा।
संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि चर्चा के मुद्दों पर निर्णय कार्य मंत्रणा समिति द्वारा लिया जाएगा और विपक्ष से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करने का आग्रह किया।
सत्र के पहले दिन केरल और नांदेड़ सीटों से उपचुनाव जीतकर आए दो नए सांसदों को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शपथ दिलाएंगे।
सरकार इस सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयकों को पेश करने की तैयारी में है। इनमें कई विधेयक जनहित और सुधारों से संबंधित हैं। विपक्ष ने इन पर विस्तृत चर्चा की मांग की है।
अडाणी विवाद और JPC की मांग
मणिपुर हिंसा पर बहस
प्रदूषण की समस्या
रेल दुर्घटनाएं और उनकी जिम्मेदारी