लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल इस बार अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल के चुनावी प्रचार के लिए पूरे परिवार के साथ मैदान में उतरे हैं। यह पहली बार है जब हनुमान बेनीवाल और उनके भाई नारायण बेनीवाल के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य भी चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
भाजपा ने उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी के खिलाफ सशक्त घेराबंदी करते हुए उनके बागी नेता रेवत राम डागा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने डॉ. रतन चौधरी को मैदान में उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
हनुमान बेनीवाल ने इस चुनौती का सामना करने के लिए पूरे परिवार को प्रचार में उतारा है। उनके मासूम बच्चे भी मतदाताओं से अपनी मां कनिष्का बेनीवाल के लिए वोट की अपील करते नजर आ रहे हैं। बेनीवाल परिवार के सामूहिक प्रचार ने चुनावी माहौल को और दिलचस्प बना दिया है।
उपचुनाव में इस बार भाजपा ने बेनीवाल की पार्टी के खिलाफ सशक्त घेराबंदी की कोशिश की है और उन्हीं की पार्टी के बगावत करने वाले रेवत राम डागा को टिकट दिया है । वहीं कांग्रेस ने भी डॉ. रतन चौधरी को उम्मीदवार बनाकर तिकोनी मुकाबला कर दिया है।इन सब चीजों को देखते हुए लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भी पूरे परिवार को आगे लाते हुए भाजपाऔर भाजपा को कड़ी चुनौती देने का निर्णय लिया है।
चुनावी प्रचार में उनके मासूम बेटा और बेटी भी मतदाताओं के बीच अपनी माता जी को जीतने के लिए वोट मांग रहे हैं।वह मतदाताओं से कहते नजर आते हैं कि पहले पिताजी को जिताया अब मेरी माता जी को ज़िताओ हमारी यही अपील है।
लोकतांत्रिक पार्टी की प्रत्याशी कनिका बेनीवाल भी मतदाताओं के बीचयह कहती नजर आ रही है कि मैंगोदारा की बेटी हूं और बेनीवाल परिवार की बहू हूं और विभिन्न रिश्तों को बिना कर यह जताने का प्रयास कर रही हैं किसब तरीके से मैं काबिल हूं। बेनीवाल परिवार के सामूहिक प्रचार से चुनावी माहौल और भी दिलचस्प हो गया है।