चूरू जिले की साहवा थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस की फर्जी महिला थानेदार अंजू शर्मा को गिरफ्तार किया है। 12वीं पास यह युवती खुद दसवीं में तीन बार फेल हुई, लेकिन फिर भी उसने बेरोजगार युवाओं को दिल्ली पुलिस में भर्ती कराने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी की। पुलिस को इसके पास दिल्ली पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड, यूनिफॉर्म पहने फोटोग्राफ और वीडियो मिले हैं।
आलीशान जीवन और वीआईपी सुविधा का लाभ
एसपी जय यादव के अनुसार, आरोपी अंजू शर्मा दिल्ली, जयपुर और हरियाणा में तीन साल से दिल्ली पुलिस की सब-इंस्पेक्टर बनकर रह रही थी और वीआईपी सुविधाओं का लाभ ले रही थी। उसने कई टोल प्लाजा, मंदिर और पार्किंग स्थलों पर भी फर्जी पहचान का फायदा उठाया।
पहला पीड़ित सामने आया
बांड़ा निवासी अर्जुन लाल नाई ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि अंजू ने दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे 12.93 लाख रुपये ठगे। पुलिस को आशंका है कि अंजू ने चूरू, हनुमानगढ़, फतेहाबाद, सिरसा और पानीपत के कई अन्य युवाओं से भी इसी प्रकार से ठगी की है।
विशेष जांच टीम गठित
अंजू के खिलाफ दर्ज शिकायतों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि कितने लोगों से ठगी की गई है और अन्य कौन-कौन से लोग इस जालसाजी में शामिल हो सकते हैं।