श्रीगंगानगर जिले की केसरीसिंहपुर थाना पुलिस ने युवाओं को नशे की ओर धकेलने वाले दो तस्करों की करीब 65 लाख रुपये की संपत्ति फ्रीज कर दी है। एनडीपीएस एक्ट की धारा 68F के तहत यह कार्रवाई शनिवार को की गई। पुलिस ने ड्रग तस्करी से अर्जित संपत्ति को फ्रीज करने की इस कार्यवाही को राज्य को नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ऑपरेशन सीमा संकल्प के तहत अंजाम दिया।
एसपी गौरव यादव ने बताया कि डीजीपी उत्कल रंजन साहू के आदेशानुसार, श्रीगंगानगर जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सीओ श्रीकरनपुर संजीव चौहान के नेतृत्व में एसएचओ जितेंद्र स्वामी और उनकी टीम ने तस्करों की अवैध संपत्तियों की पहचान कर एनडीपीएस एक्ट की धारा 68F के तहत फ्रीज करने की कार्रवाई की।
जसपाल सिंह: आरोपी जसपाल सिंह और उसके परिवार ने हेरोइन की बिक्री से अर्जित रकम से श्रीगंगानगर के चक 10 एस में 0.603 हैक्टेयर नहरी कृषि भूमि, एक बाइक और उसके पिता के नाम पर निमार्णाधीन मकान की संपत्तियां अर्जित की थीं। इन संपत्तियों को फ्रीज किया गया है।
लवप्रीत सिंह उर्फ लवली: आरोपी लवप्रीत सिंह ने भी अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से अर्जित पैसे से पट्टाशुदा प्लॉट पर एक निमार्णाधीन मकान बनवाया था। इसे भी एनडीपीएस एक्ट के तहत फ्रीज कर दिया गया है।
एसपी यादव ने कहा कि पुलिस का यह अभियान नशे के दलदल में फंसाने वाले तस्करों की संपत्ति पर नकेल कसने के लिए है और भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे समाज को नशे के प्रभाव से मुक्त किया जा सके।