एसआई भर्ती रद्द करने के मामले को लेकर एक बार फिर विवाद गहरा गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मुद्दे पर मंत्रिमंडल की सब कमेटी गठित की है, जिससे कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने असहमति जताई है। मीणा ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि आखिर मंत्रिमंडल की सब कमेटी बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का दावा है कि उन्होंने स्वयं और एसओजी ने एसआई भर्ती रद्द करने की सिफारिश की थी और मुख्यमंत्री शर्मा ने आश्वासन दिया था कि इस पर सही समय पर निर्णय लिया जाएगा। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि उन्होंने कैबिनेट की बैठक में भी इस मुद्दे पर जोर दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने निर्णय लेने की बजाय सब कमेटी का गठन कर दिया।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का यह भी कहना है कि वे अब मंत्री पद से हटकर विधायक के रूप में काम करना चाहते हैं, लेकिन विभिन्न स्थानांतरणों की सिफारिश मंत्री की हैसियत से कर रहे हैं। मीणा ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वे केवल दिल्ली के नेताओं के कहने पर कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए थे। इसके अलावा, मीणा ने अब आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 और 2021 में हुई गड़बड़ियों को उजागर कर उन परीक्षाओं को भी रद्द करने की मांग की है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का 5 अक्टूबर को जयपुर दौरा इस मामले में अहम माना जा रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जेपी नड्डा इस मुद्दे पर स्पष्ट संदेश देंगे, ताकि पार्टी के भीतर किसी भी प्रकार की अस्थिरता को रोका जा सके।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई को उपचुनाव में टिकट दिलाने के लिए यह विवाद पैदा कर रहे हैं। यदि मीणा यह घोषणा करते हैं कि वे अपने भाई को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे, तो यह साफ हो जाएगा कि उनका उद्देश्य क्या है। फिलहाल, यह पूरा मामला भाजपा के संगठन और सत्ता के बीच तनाव को दर्शा रहा है, जिससे पार्टी को आगामी उपचुनाव में नुकसान होने की संभावना है।