कारगिल युद्ध के नायक और शौर्य चक्र विजेता ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को बूंदी पुलिस ने उनके पूर्वज राव सुरजमल जी हाड़ा की छतरी के पुनर्निर्माण की मांग करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। ब्रिगेडियर भूपेश सिंह, जो भारतीय सेना के सबसे सम्मानित पूर्व सैन्य अधिकारियों में से एक हैं और कई पदकों से सम्मानित हैं, ने अपने पूर्वज की छतरी का उसी स्थान पर पुनर्निर्माण करवाने की मांग उठाई थी।
यह गिरफ्तारी राजपूत समाज के बीच आक्रोश का कारण बन गई है, क्योंकि इसे समाज के महापुरुषों का अपमान और उनकी विरासत के प्रति अनादर के रूप में देखा जा रहा है। समाज के लोगों का मानना है कि एक वीर योद्धा, जिसने देश की सेवा की है, उसके साथ इस प्रकार का व्यवहार करना न केवल अनुचित है बल्कि उनके योगदान की अवमानना भी है।
समाज और स्थानीय नेताओं ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को तुरंत रिहा किया जाए। साथ ही, उन्होंने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि उनके पूर्वज राव सुरजमल जी हाड़ा की छतरी के पुनर्निर्माण की मांग को गंभीरता से लिया जाए और उस पर उचित कार्रवाई की जाए।
यह मुद्दा अब राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, और राजपूत समाज ने इस गिरफ्तारी को समाज के गौरव और विरासत की उपेक्षा के रूप में देखा है।
राजपूत समाज के महापुरुषो का अपमान कब तक होता रहेगा!
— Paramveer Rathore (@ParamveerS36404) September 24, 2024
भाजपा सरकार कर रही है ! अपमान 😡
भारतीय सेना में देश के लिए रक्त बहाने वाले गैलेंट्री अवार्ड विनर वीर योद्धा को पुलिस इस प्रकार परेशान नही कर सकती।
साथ ही बून्दी के हाड़ा राजवंश को समाप्त करने के मंसूबो को कभी भी कामयाब नही… pic.twitter.com/FrTUpaQlCc