लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और सांसद हनुमान बेनीवाल ने 26 अगस्त शनिवार को प्रदेश की भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार केवल राजस्थान से नहीं, बल्कि पांच अलग-अलग जगहों से संचालित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला समानांतर रूप से सरकार चला रहे हैं, जबकि राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व में सरकार तीन अलग-अलग जगहों से चल रही है।
जयपुर में शनिवार को एसएमएस मोर्चरी के बाहर हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के परिजनों द्वारा दिए जा रहे धरने में शामिल होने के लिए पहुंचे हनुमान बेनीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान में सरकार तीन जगहों से संचालित हो रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएम भजनलाल खुद एक जगह से सरकार चला रहे हैं, दूसरी सरकार संघ कार्यालय से चल रही है, जबकि तीसरी जगह से भी सरकार चलाई जा रही है, जिसका नाम उन्होंने स्पष्ट रूप से नहीं बताया। जब पत्रकारों ने तीसरी जगह के बारे में पूछा, तो उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि मीडिया खुद समझ जाए।
माना जा रहा है कि बेनीवाल का इशारा ब्यूरोक्रेसी की ओर था, क्योंकि भजनलाल सरकार बनने के बाद से ही विपक्ष और कांग्रेस दोनों सरकार पर ब्यूरोक्रेसी के अत्यधिक प्रभाव का आरोप लगाते आए हैं।
धरना स्थल पर पहुंचकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और सांसद बेनीवाल ने सरकार को संवेदनहीन करार दिया और आरोप लगाया कि जयपुर में पिछले पांच दिनों से एक हैड कांस्टेबल का शव मोर्चरी में रखा हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल ने अब तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है। उन्होंने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों पर एससी-एसटी वर्ग के प्रति भेदभाव का आरोप लगाया और कहा कि ये सरकारें चुनावों में इस वर्ग के वोट तो लेती हैं, लेकिन बाद में उनका शोषण करती हैं।