Thursday, 19 September 2024

राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में किए गए तकनीकी प्रयोग को अब अन्य राज्यों में भी अपनाए जाएंगे, असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नवाचारों को सराहा


राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में किए गए तकनीकी प्रयोग को अब अन्य राज्यों में भी अपनाए जाएंगे, असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नवाचारों को सराहा

राजस्थान के निर्वाचन विभाग द्वारा तैयार 'पोस्टल बडी' कंप्यूटर एप्लीकेशन का उपयोग आगामी दिनों में असम राज्य में विधानसभा उपचुनाव में किया जाएगा. असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुराग गोयल ने गुरुवार को शासन सचिवालय जयपुर में यह बात कही. पोस्टल बडी चुनावों के दौरान आवश्यक सेवाओं, चुनावी ड्यूटी एवं पुलिस में कार्यरत अधिकारियों-कार्मिकों तथा बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट के मतदान की सुविधा को अधिक सहज और सरल बनाने का नवाचार है, जिसे लोकसभा आम चुनाव 2024 के दौरान राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले की टीम ने विकसित किया था।

राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन की उपस्थिति में असम के सीईओ गोयल ने चुनाव विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में लोकसभा आम चुनाव 2024 और उससे पहले राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान राजस्थान में किए गए सूचना तकनीक (आईटी) आधारित नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की. बैठक में महाजन ने बताया कि 'पोस्टल बडी' सॉफ्टवेयर के उपयोग से राज्य में चुनाव ड्यूटी में कार्यरत पोस्टल बैलट का उपयोग करने वाले मतदाता, विशेषकर पुलिसकर्मी, बड़ी संख्या में मतदान कर पाए। पोस्टल बडी के जरिए चुनाव अधिकारियों के लिए पोस्टल बैलट की मतदान प्रक्रिया को आवेदन से लेकर मतदान तक विभिन्न स्तर पर ट्रैक करना आसान हो जाता है।  

असम के सीईओ गोयल ने कहा कि इस कंप्यूटर एप्लीकेशन का प्रयोग उनके राज्य में सितम्बर में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए राजस्थान से निर्वाचन विभाग के तकनीकी विशेषज्ञ अधिकारियों को असम भेजने का भी आग्रह किया. उन्होंने बताया कि  भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर 'पोस्टल बडी' सहित अन्य आईटी नवाचारों के अध्ययन के लिए राजस्थान आए हैं। भ्रमण दल में असम के निर्वाचन विभाग की संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती जिमली सैकिया और उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती गायत्री सरमा भी शामिल हैं।

असम के सीईओ गोयल ने राजस्थान के निर्वाचन विभाग के अधिकारियों द्वारा विकसित अन्य कंप्यूटर एप्लीकेशन इलेक्शन बडी एवं पोल डे मैनेजमेंट सिस्टम (पीडीएमएस) पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि ये सभी तकनीकी पहल चुनाव प्रक्रिया को काफी सरल और सहज बनाने वाली हैं. निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की कांफ्रेंस में राजस्थान के तत्कालीन सीईओ प्रवीण गुप्ता द्वारा इन नवाचारों पर दिए प्रस्तुतीकरण के बाद आयोग ने अन्य राज्यों को इस कंप्यूटर एप्लीकेशन को अपनाने के लिए कहा था।

राजस्थान निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे राज्यों के निर्वाचन विभागों के अधिकारी भी पोस्टल बडी सहित इलेक्शन बडी और पीडीएमएस आदि नवाचारों में रूचि ले रहे है और अपने यहां इनको अपनाना चाहते हैं।

बैठक में राज्य की संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पारीक, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आईटी एमएम तिवारी, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त दीक्षित, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी आईटी श्रीमती मंजू रानी, भारत सरकार के नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के राज्य स्तरीय अधिकारी सहित निर्वाचन विभाग के अन्य अधिकारी एवं श्रीगंगानगर जिले में पोस्टल बडी सॉफ्टवेयर तैयार करने वाली तकनीकी टीम के सदस्य उपस्थित थे।

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