राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर से गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस नेताओं की पोल खोली और खुले रूप से कहा कि मैं गठबंधन के भरोसे चुनाव नहीं लड़ रहा हूं बल्कि खुद के दम पर चुनाव जीतने की रूपरेखा तैयार कर रहा हूं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस के कई नेता ईमानदारी के साथ अपने जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। उन नेताओं की शिकायत मैंने प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा से की लेकिन वह उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाए। इसी बात को लेकर मैंने कहा कि "गठबंधन तो मतीरा को भारो होवे, यहां कितने ही कांग्रेस के लोग भाजपा का पट्टा पहनकर उनका प्रचार कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा उनको पार्टी से बाहर नहीं निकाल पा रहे, ये सब मतीरा का भारा है"
क्या बेनीवाल का एक ही महीने में कांग्रेस से मोह भंग हो रहा है उनका यह ताज़ा बयान तो यही संकेत दे रहा है। बेनीवाल का इतिहास झगड़ने के लिए प्रसिद्ध रहा है pic.twitter.com/y29dzNlXHG
— राजस्थानी ट्वीट (@8PMnoCM) April 8, 2024
हनुमान बेनीवाल ने अपने मतदाताओं के बीच स्पष्ट रूप से कहा कि "मैंने तो गठबंधन वालों से कहा था कि मुझे मत उतारो, मुझे अभी 5 साल विधानसभा में लड़ाई लड़नी है" लेकिन मुझे गठबंधन का नागौर से प्रत्याशी बनाया पर ईमानदारी के साथ सहयोग नहीं किया जा रहा है ।