Friday, 20 September 2024

लोकसभा की 25 सीट जीतने के लिए भाजपा ने रणनीति पर किया मंथन, नहीं आई वसुंधरा राजे, कमजोर विधानसभा सीटों पर बूथ स्तर पर चलाएंगे संपर्क अभियान


लोकसभा की 25  सीट जीतने के लिए भाजपा ने रणनीति पर किया मंथन, नहीं आई वसुंधरा राजे, कमजोर विधानसभा सीटों पर बूथ स्तर पर चलाएंगे संपर्क अभियान

भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। केन्द्रीय नेतृत्व के देश में 400 से ज्यादा सीट जीतने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में मिशन-25 तय किया है। शुक्रवार को जयपुर में भाजपा केनेताओं की एक रिसॉर्ट पर लोकसभा की 25 सीट जीतने की रणनीति को लेकर बैठक आयोजित की गई। भाजपा की बैठक में लोकसभा की सभी 25 सीट जीतने के लिए इस चुनाव में नए प्रयोग भी किए जाएंगे। विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर हार मिली या बहुत ही कम मार्जिन से जीत पाए, उन सीटों को अच्छे वोट अंतर से जीतने के लिए बड़े नेताओं की टीम बनाई जाएगी। यह टीम विधानसभा क्षेत्र के अनुसार वर्किंग करेगी। बूथ स्तर तक संपर्क अभियान चलाया जाएगा।

विकसित भारत संकल्प यात्रा को बूथ स्तर तक ले जाने की रणनीती बनाई गई। बूथ के जरिए मुख्य रूप से गरीब, महिला, किसान और युवा वर्ग को साधेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बदौलत प्रदेश की सभी 25 सीटों को जीतने का संकल्प लिया गया। 

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी सहित भाजपा के प्रमुख नेताओं की शुक्रवार को दिल्ली रोड स्थित एक रिजॉर्ट में हुई मैराथन बैठक में एक-एक सीट पर मंथन कर जीत के लिए रोडमैप तैयार किया । बैठक करीब 7 घंटे चली। रात के खाने के बाद भी कई बड़े नेता फिर बैठक और लम्बी मंत्रणा चली। भाजपा की इस महत्वपूर्ण बैठक में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नहीं पहुंची।

भाजपा सरकार सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए आई है: भजनलाल शर्मा
बैठक के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए आई है। कार्यकर्ता में सक्रियता, सेवा, संयम, सदभावना, संतुलन और समन्वय का भाव जरूरी है। सभी सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए कमजोर बूथ एवं मंडल में कार्यकर्ताओं की मजबूत टीम खड़ी करी जाएगी। 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने कहा कि मुख्य रूप से चार बिंदुओं पर विशेष ध्यान देनेे पर जोर दिया। ताकत और कमजोरी, चुनौतियों को दूर करने के साथ हर बूथ पर विजय के साथ विस्तार की संभावनाओं को तलाशना होगा। बूथ का मतलब समझाया- गरीब, महिला, किसान और युवा वर्ग। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा राष्ट्र प्रथम की भावना से काम करना है। इसके लिए पांच प्रण लेने की जरूरत जताई। विकसित भारत का लक्ष्य, गुलामी के हर अंश से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकजुट भारत और नागरिक कर्तव्यों का पालन शामिल है।

भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सदैव राष्ट्र प्रथम की भावना से काम करना है। इसके लिए हम पांच प्रण लेने होंगे जिसमें विकसित भारत का लक्ष्य, गुलामी के हर अंश से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकजुट भारत और नागरिक कर्तव्यों का पालन शामिल हैं। केंद्रीय कानून राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी का लक्ष्य हर जरूरतमंद और गरीब तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। विकसित भारत 2047 के विजन पर हम सभी को एकजुट होकर कार्य करना है। पीएम मोदी की गरीब अन्न कल्याण योजना, पीएम आवास योजना, उज्जवला योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, पीेएम फसल बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना सहित सभी योजनाओं को विकसित संकल्प भारत यात्रा के शिविरों के माध्यम से जन जन तक लेकर जाना है।

भाजपा की बैठक में निम्न बिंदुओं पर विचार किया गया।
ताकत और कमजोरी- भाजपा की ताकत का कहां और कैसे बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो। जिस क्षेत्र में कमजोर हैं उन्हें दूर करने पर फोकस रहेगा।

चुनौती- चुनौतियों का संकलन कर उसी आधार पर प्रभावी तरीके से क्षेत्र में कदम बढ़ाएं।

बूथ विजय और विस्तार- हर बूथ को जीतने का मंत्र फूंका गया। कमजोर बूथ पर नई टीम खड़ी करेंगे या पुरानी टीम को सुदृढ़ किया जाएगा।

कार्यकर्ताओं की सक्रियता- कार्यकर्ता पार्टी की रीढ की हड्डी हैं और उसे मजबूत करने पर काम होगा। सेवाभावी कार्यकर्ताओं को किस तरह से आगे बढ़ाया जाए, इस पर भी वर्किंग होगी।
बैठक में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई। ज्यादातर नेताओं ने राय दी कि ऐसी नियुक्तियां लोकसभा चुनाव के बाद ही की जाए। हालांकि, कुछ जगह नियुक्ति की जा सकती है।
प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम माथुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, सह प्रभारी विजया राहटकर, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर मिश्रा, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह, कानून राज्य मंत्रीअर्जुनराम मेघवाल, कृषि कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व प्रतिपक्ष के नेता राजेन्द्र राठौड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व प्रदेशअध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी,उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बेरवा राव राजेन्द्र सिंह राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अल्का गुर्जर, प्रदेश उपाध्यक्ष बाबा बालकनाथ, सुखबीर जौनापुरिया, सी आर चौधरी, सरदार अजयपाल सिंह, संतोष अहलावत, चुन्नीलाल गरासिया, प्रभुलाल सैनी, जितेन्द्र गोठवाल, श्रवण सिंह बगड़ी, प्रदेश महामंत्री जगवीर छाबा, दामोदर अग्रवाल, मोतीलाल मीणा, कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, जोगाराम पटेल, सुरेश रावत, बाबूलाल खराड़ी, जोराराम कुमावत, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हीरालाल नागर, राज्यमंत्री केके विश्नोई, जवाहर बेढम, पूर्व राज्यसभा सांसद ओंकार सिंह लखावत, प्रसन्न मेहता और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग मौजूद रहे।

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