Thursday, 19 September 2024

भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जयपुर पहुंचे, होटल ललित में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, सह पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे से मंत्रणा, शाम 4:00 बजे भाजपा के मुख्यालय पर विधायक दल की बैठक


भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जयपुर पहुंचे, होटल ललित में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, सह पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे से मंत्रणा, शाम 4:00 बजे भाजपा के मुख्यालय पर विधायक दल की बैठक

राजस्थान भाजपा का प्रदेश कार्यालय विधायक दल की बैठक के लिए तैयार हो चुका है।भाजपा कार्यालय कोभव्य तरीके से सजाया गया है। विधायक दल की बैठक से पहले फोटोग्राफी होगी और बाद में नए मुख्यमंत्री के निर्वाचन के बाद फोटोग्राफी का कार्यक्रम रखा है।

भाजपा कार्यालय में शाम 4:00 बजेविधायक दल की बैठक निर्धारित की रखी है।नवनिर्वाचित विधायकों के रजिस्ट्रेशन का काम दोपहर 1:30 बजे से शुरू कर दिया जाएगा।भाजपा कार्यालय कोकेसरिया और हरे रंग के कपड़े सेसजाया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्रीहमेशा के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कट आउट लगाए गए हैं।नए मुख्यमंत्री के कट आउट इस समय तैयार कराए जाएंगे।

विधायक दल की बैठकभाजपा के नेता स्वर्गीय सुंदर सिंह भंडारी सभागार में आयोजित की जाएगी। यह कहा जा रहा है कि दिल्ली से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास फोन आएगा और उनके माध्यम से ही नए मुख्यमंत्री की घोषणा कराई जाएगी ।

केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह होटल ललित पहुंचे हैं। जहां पहले से ही पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे आ गए थे। वहां पर तीनों पर्यवेक्षकों के बीच मंत्रणा होगी और विधायक दल के रणनीति तैयार की जाएगी। तीनों पर्यवेक्षक 3:45 बजे भाजपा के मुख्यालय पहुंचेंगे जहां उनका भव्य स्वागत प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशीऔर प्रभारी अरुण सिंह तथा संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा के द्वारा किया जाएगा। नए मुख्यमंत्री के निर्वाचन के बाद ही राज्यपाल कलराज मिश्र को अपने विधायकों का समर्थन का पत्रदिया जाएगा। इसी के साथनई सरकारके लिए राज्यपाल कलराज मिश्र निमंत्रण भेजेंगे और 15 दिसंबर को नए मुख्यमंत्री 10 मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं ! यह भी माना जा रहा है कि राजस्थान में दो उप मुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष के नाम को भी फाइनल किया जा सकता है। अगर प्रतिपक्ष ने अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया तो निर्विरोध विधानसभा का अध्यक्ष निर्वाचित संभव हो पाएगा।

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