Monday, 03 February 2025

सीएम गहलोतने राजीव गाँधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट का किया वर्चुअल शिलान्यास,राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन, रूरल इनोवेशन चैलेंज विजेताओं का सम्मान


सीएम गहलोतने राजीव गाँधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट का किया वर्चुअल शिलान्यास,राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन, रूरल इनोवेशन चैलेंज विजेताओं का सम्मान

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं में आईटी के इस्तेमाल से लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने 21वीं सदी के लिए जो सपना देखा था, हम उसी पर आगे बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार की प्रौद्योगिकी पर आधारित योजनाओं और स्टार्टअप के जरिए युवाओं के सपने भी पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में टैलेंट को अवसर प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। मुझे हमारे आईटी टैलेंट पर गर्व है। हम उनके सपनों को पूरा करेंगे।

सीएम गहलोत रविवार को जोधपुर के राजकीय पॉलिटेक्निक महावि़द्यालय परिसर में राजस्थान डिजिफेस्ट एण्ड जॉब फेयर के समापन समारोह व राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 672.45 करोड़ रूपये की लागत से इंस्टीट्यूट तैयार होगा, जिसमें विद्यार्थियों और स्टार्टअप्स सहित युवाओं को विश्वस्तरीय मंच मिलेगा।


सीएम गहलोत ने राजस्थान स्टार्टअप नीति-2022 का विमोचन किया। इस नीति से प्रदेश में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और निवेश क्षेत्र में भी विस्तार होगा। इसमें एससी-एसटी सहित हर वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है।

सीएम  गहलोत ने विद्यार्थियों में उद्यमिता, कौशल विकास के लिए जोधपुर और पाली (वर्चुअल) में आई-स्टार्ट नेस्ट इंक्यूबेटर सेंटर का लोकार्पण किया। उन्होंने सेन्टर के नवनिर्मित भवन का अवलोकन कर युवाओं के साथ संवाद करते हुए तकनीकी जानकारी एवं उनकी भविष्य की कल्पनाओं के बारे में बातचीत की। उन्होंने सेंटर के ऑडिटोरियम में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा तथा आयुक्त आशीष गुप्ता द्वारा स्टार्टअप ईको-सिस्टम पर दिए गए प्रजेन्टेशन को भी देखा। इस दौरान सीएम  गहलोत ने स्कूल एण्ड रूरल इनोवेशन चैलेंज के विजेताओं को 41.15 लाख रूपये के प्रतीकात्मक चेक पुरस्कार के रूप में वितरित किए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर, भरतपुर तथा चूरू में इंक्यूबेटर सेंटर स्थापित हो चुके हैं।

सीएम गहलोत  ने समारोह में प्रदेश के 12 स्टार्टअप्स को 1 करोड़ रूपये की फंडिंग भी वितरित की। उल्लेखनीय है कि आई-स्टार्ट के तहत अभी 3000 से अधिक स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं। इन्हें 30 करोड़ रूपये की राशि वितरित की गई, जिससे प्रदेश में 200 करोड़ रूपये तक का निवेश आया है। साथ ही 21 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।

सीएम  गहलोत  ने राजस्थान डिजिटल यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा हर जिले में पहुंचेगी। वहां पर आमजन से बातचीत कर आईटी से उनके जीवन में आए बदलावों की जानकारी लेगी। एक माह बाद रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी योजनाएं भी तैयार की जाएगी।

प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि राज्य में आईटी का प्रयोग कर प्रदेश के हर वर्ग को लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। हम जल्द ही आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों को पीछे छोड़ देंगे। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने डिजिफेस्ट-2022 की जानकारी देते हुए कहा कि जोधपुर में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार की अपार संभावनाएं हैं। 

नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्मार्ट गवर्नमेंट के सीईओ जेआरके राव ने कहा कि राजस्थान में तकनीक के जरिए राजकीय सेवाएं आमजन तक पहुंचाने का प्रयोग किया जा रहा है। इससे  ई-गवर्नेंस में राजस्थान पूरे देश में सबसे आगे है। समारोह में राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी, रीको निदेशक सुनील परिहार, विधायक श्रीमती मनीषा पंवार, महेन्द्र विश्नोई एवंकिशनाराम विश्नोई, महापौर श्रीमती कुन्ती देवड़ा परिहार, संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीना, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ एवं युवा वर्ग उपस्थित रहे।

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