Sunday, 07 December 2025

राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान “घूमर” को मिलेगा नया मंच: पहली बार सातों संभाग मुख्यालयों पर एक साथ होगा “घूमर फेस्टिवल-2025”, जयपुर में राज्यस्तरीय आयोजन


राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान “घूमर” को मिलेगा नया मंच: पहली बार सातों संभाग मुख्यालयों पर एक साथ होगा “घूमर फेस्टिवल-2025”, जयपुर में राज्यस्तरीय आयोजन

जयपुर:राजस्थान की पारंपरिक लोकसंस्कृति और नारी-सौंदर्य का प्रतीक घूमर नृत्य अब राज्यस्तर पर और अधिक भव्य रूप में नजर आने वाला है। उपमुख्यमंत्री एवं पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री दिया कुमारी ने घोषणा की है कि राज्य में पहली बार “घूमर फेस्टिवल-2025” का आयोजन 19 नवम्बर 2025 (बुधवार) को किया जाएगा। इस दिन राजस्थान के सातों संभाग मुख्यालयों—जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर, कोटा और भरतपुर में एक साथ यह आयोजन किया जाएगा।

जयपुर में राज्यस्तरीय समारोह विद्याधर नगर स्टेडियम के फुटबॉल ग्राउंड पर आयोजित होगा, जहाँ राजस्थान की पारंपरिक छटा और सांस्कृतिक एकता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।

राजस्थान पर्यटन भवन में बुधवार को हुई तैयारी और समन्वय बैठक की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने की। उन्होंने बताया कि यह आयोजन राजस्थान की लोककला, पारंपरिक परिधान, संगीत और नृत्य परंपरा को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कहा घूमर नृत्य केवल एक कला नहीं, बल्कि राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान है। इस आयोजन के माध्यम से हम राज्य की परंपरा, नारी-शक्ति और लोकजीवन को नई पीढ़ी से जोड़ना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि इस फेस्टिवल में 12 वर्ष से अधिक उम्र की बालिकाएं और किसी भी आयु की महिलाएं भाग ले सकती हैं। उपमुख्यमंत्री ने स्कूल-कॉलेज की छात्राओं, गृहिणियों, प्रोफेशनल डांसरों और कामकाजी महिलाओं से आग्रह किया कि वे इस नृत्य महोत्सव में अधिक से अधिक भागीदारी निभाएँ और राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ।

दिया कुमारी ने यह भी बताया कि फेस्टिवल में पधारने वाले दर्शकों को राजस्थान की पारंपरिक वेशभूषा में आने का आग्रह किया गया है, ताकि पूरा वातावरण लोकसंस्कृति की रंगत से सराबोर हो सके।

पंजीकरण और वर्कशॉप विवरण:

  • प्रतिभागियों के लिए निःशुल्क पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जो राजस्थान पर्यटन विभाग की वेबसाइटghoomar.rajasthan.gov.in पर किया जा सकता है।

  • नृत्य की तैयारी हेतु सातों शहरों में निःशुल्क वर्कशॉप आयोजित की जा रही हैं।

  • जयपुर में जवाहर कला केन्द्र में 6-दिवसीय वर्कशॉप (11 से 16 नवम्बर 2025) चल रही है, जहाँ विशेषज्ञ नृत्य प्रशिक्षक पारंपरिक घूमर की मुद्रा, ताल और भावों की शिक्षा दे रहे हैं।

संगीत और प्रस्तुति:
राज्यभर में घूमर नृत्य के लिए विशेष साउंड ट्रैक तैयार किया गया है, जिस पर सभी संभागों में नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं जयपुर के राज्यस्तरीय समारोह में लाइव म्यूजिक पर घूमर नृत्य प्रस्तुत होगा। यह प्रस्तुति गणगौर घूमर डांस अकादमी की कार्यकारी निदेशक श्रीमती ज्योति तोमर के निर्देशन में होगी, जिसमें अकादमी के सदस्यों और चयनित महिला कलाकारों की टीम अपनी प्रस्तुति देगी।

इस आयोजन को राजस्थान सरकार का एक सांस्कृतिक मिशन माना जा रहा है, जो न केवल लोककला को पुनर्जीवित करेगा, बल्कि राजस्थान को पर्यटन और सांस्कृतिक मानचित्र पर और अधिक प्रमुखता से स्थापित करेगा।

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