राजस्थान के जैसलमेर में हुए दर्दनाक बस अग्निकांड पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह हादसा न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि इसमें सरकारी तंत्र की स्पष्ट लापरवाही और मॉनिटरिंग की कमी नजर आई है।
टीकाराम जूली ने कहा कि उन्होंने जैसलमेर कलेक्टर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद उनका फोन तक नहीं उठाया गया। उन्होंने इसे प्रशासनिक असंवेदनशीलता की मिसाल बताया।
“दुर्घटनाएं सरकार की नाकामी की तस्वीर”
टीकाराम जूली ने कहा कि टैंकर हादसे, एसएमएस अस्पताल की घटनाएं, और अब बस अग्निकांड — यह सब इस बात की ओर इशारा करते हैं कि प्रदेश की भाजपा सरकार आमजन की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह विफल हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हर बार ज़िम्मेदारी तय करने के बजाय आंकड़ों को छिपाने और लापरवाही को ढंकने में लगी रहती है।
टीकाराम जूली ने कहा कि हर हादसे के बाद सरकार दिखावा करती है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर न कोई नियंत्रण है, न मॉनिटरिंग। सरकार जनता की जान की कीमत पर सिर्फ प्रचार और इवेंट मैनेजमेंट कर रही है।”
भाजपा को जनता के बीच जाने का हक नहीं
जैसलमेर हादसे के बहाने अंता विधानसभा उपचुनाव पर भी टीकाराम जूली ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया की जीत तय है क्योंकि जनता को उनके मंत्री रहते हुए कराए गए विकास कार्य याद हैं।
टीकाराम जूली ने कहा कि जो पार्टी अपना प्रत्याशी तक तय नहीं कर पा रही, जिसने जनहित की योजनाएं बंद कर दी हैं, वो जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाएगी ?