जैसलमेर ज़िले में मंगलवार को हुए दर्दनाक बस अग्निकांड में मरने वालों की संख्या अब 21 हो चुकी है। हादसे में गंभीर रूप से झुलसे 10 वर्षीय युनुस ने बुधवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसे जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां वह जिंदगी की जंग हार गया।
मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे जैसलमेर से जोधपुर की ओर जा रही एक एसी स्लीपर बस में अचानक आग लग गई थी। हादसा इतना भयानक था कि बस में मौजूद 19 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि एक घायल ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था। अब युनुस की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 21 हो चुकी है।
वेंटिलेटर पर अभी भी 4 मरीज
हॉस्पिटल सूत्रों के अनुसार, हादसे में झुलसे कई घायलों का इलाज चल रहा है। महात्मा गांधी हॉस्पिटल, जोधपुर के अनुसार अभी भी 4 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
डीएनए सैंपल से होगी शवों की पहचान हादसे में कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिससे उनकी पहचान करना बेहद कठिन हो गया है। ऐसे में जोधपुर और जैसलमेर के अस्पतालों में डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि शवों की सही पहचान की जा सके। इस प्रक्रिया में देरी को लेकर मृतकों के परिजनों ने नाराजगी जताई, जिस पर हॉस्पिटल अधीक्षक ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया जटिल और संवेदनशील होती है। किसी भी तरह की गलती से बचने के लिए सावधानी बरती जा रही है। अधीक्षक ने भरोसा दिलाया कि अधिकतम 24 घंटे के भीतर सभी शवों की पहचान पूरी कर ली जाएगी और परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बस में आग लगने की घटना मंगलवार दोपहर को हुई थी जब जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक एसी स्लीपर बस में अचानक आग लग गई। यात्रियों के अनुसार, बस में पहले जलने की गंध आई और उसके बाद अचानक आग की लपटें उठने लगीं। आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का समय नहीं मिला।