जयपुर। राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने एक बड़ी ऑपरेशन में जैसलमेर से हनीफ खान (उम्र 47) को गिरफ्तार किया है। महानिरीक्षक पुलिस, सीआईडी (सिक्योरिटी) डॉ. विष्णु कान्त ने बताया कि लंबे समय से की जा रही निगरानी और तकनीकी जांच के बाद यह पाया गया कि हनीफ सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान स्थित खुफिया एजेंसी ISI के हैंडलर्स से नियमित संपर्क में था और पैसों के लालच में भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील व सामरिक सूचनाएँ साझा कर रहा था।
पूछताछ तथा मोबाइल-फोरेंसिक जाँच से यह स्पष्ट हुआ कि उसने सीमा के निकट बहला गांव स्थित अपने ठिकाने से सीमावर्ती क्षेत्रों — मोहनगढ़, घड़साना और अन्य स्थानों पर सेना के मूवमेंट, तैनाती और ऑपरेशन सम्बन्धी जानकारी भेजी; विशेषतौर पर "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान भी वह ISI हैंडलर से जुड़ा पाया गया।
सीआईडी ने कहा कि केंद्रीय पूछताछ केन्द्र, जयपुर पर विभिन्न खुफिया एवं अनुसंधान एजेंसियों के सहयोग से करवाई गई पूछताछ में हनीफ ने पैसों के बदले यह जानकारियाँ देने की बात स्वीकार की। प्राप्त सबूतों के आधार पर राजकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 समेत संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर 25 सितंबर को उसे गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि 2025 में जैसलमेर से जासूसी के आरोपों में यह चौथी गिरफ्तारी है, जो सीमा-क्षेत्र में जासूसी गतिविधियों और ऐसी नेटवर्कों पर कानूनी व खुफिया सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। मामले की आगे की जांच जारी है तथा सीआईडी संबंधित तकनीकी एवं फॉरेंसिक सबूतों को और पुष्ट कर रही है; जरुरत पड़ने पर अन्य संदिग्धों और हैंडलरों तक जांच के दायरे का विस्तार किया जाएगा।