Monday, 13 October 2025

पीएम मोदी का देश के नाम संबोधन: 22 सितंबर से शुरू होगा ‘जीएसटी बचत उत्सव’,बोले – नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी से हर वर्ग को होगा लाभ


पीएम मोदी का देश के नाम संबोधन: 22 सितंबर से शुरू होगा ‘जीएसटी बचत उत्सव’,बोले – नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी से हर वर्ग को होगा लाभ

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के नाम अपने 20 मिनट के संबोधन में कहा कि 22 सितंबर से सूर्योदय के साथ ही जीएसटी बचत उत्सव शुरू होगा, जिससे देश के हर वर्ग को लाभ मिलेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे वही सामान खरीदें जिसे बनाने में देशवासियों का पसीना बहा हो।

नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी और बचत उत्सव

पीएम मोदी ने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी लागू होगा, जिसके बाद उपभोक्ताओं को रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती मिलेंगी। इससे आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंद का सामान आसानी से खरीद सकेंगे।

वन नेशन, वन टैक्स का सपना

पीएम ने याद दिलाया कि 2014 से पहले टैक्स की जटिलताओं से लाखों कंपनियां परेशान थीं। एक शहर से दूसरे शहर सामान ले जाने में अतिरिक्त खर्च गरीबों पर बोझ डालता था। 2014 में सत्ता में आने के बाद सरकार ने राज्यों और स्टेकहोल्डर्स से बात कर ‘वन नेशन, वन टैक्स’ का सपना साकार किया।

गरीब और मिडिल क्लास को राहत

पीएम ने कहा कि पिछले 11 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और वे न्यू मिडिल क्लास के रूप में योगदान दे रहे हैं। इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए की आय को टैक्स फ्री करके मिडिल क्लास को राहत दी है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी दरें कम होने से गरीब और मिडिल क्लास दोनों को डबल बोनांजा मिलेगा। अब घर बनाना, टीवी-फ्रिज-बाइक-स्कूटर खरीदना और घूमना-फिरना भी सस्ता होगा।

MSME की अहम भूमिका

मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा दायित्व MSME सेक्टर पर है। जीएसटी की दरें कम होने और प्रक्रियाएं आसान होने से उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स का बोझ घटेगा।
उन्होंने कहा – “भारत जब तरक्की के शिखर पर था तो MSME उसकी रीढ़ थे। हमें वही गौरव वापस पाना है कि हमारे यहां बना सामान दुनिया में बेस्ट हो।”

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत

पीएम मोदी ने राज्यों से अपील की कि वे स्वदेशी अभियान को बढ़ावा दें और मैन्युफैक्चरिंग को गति दें। उन्होंने कहा कि निवेश का माहौल बनाकर केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तो भारत दुनिया में अपने प्रोडक्ट की गुणवत्ता से गौरव बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा – “जैसे आजादी को स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली, वैसे ही देश की समृद्धि को भी स्वदेशी से शक्ति मिलेगी। हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। गर्व से कहो – ये स्वदेशी है, मैं स्वदेशी खरीदता हूं और बेचता हूं।”

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