झालावाड़, 27 जुलाई। जिले के सुनेल ब्लॉक के पिड़ावा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दांता में एक और सरकारी स्कूल के जर्जर भवन की छत शनिवार को भारी बारिश के चलते गिर गई। सौभाग्य से शनिवार और रविवार की छुट्टियों के चलते स्कूल में कोई छात्र या शिक्षक मौजूद नहीं था, जिससे एक और बड़ा हादसा टल गया।
पूरा विद्यालय परिसर बारिश के पानी से लबालब भरा हुआ है, जिससे विद्यार्थियों को प्रतिदिन स्कूल आने-जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन को स्कूल भवन की जर्जर स्थिति से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
इस घटना ने 26 जुलाई को झालावाड़ के पिपलोदी गांव में हुए दर्दनाक स्कूल हादसे की याद ताजा कर दी, जिसमें स्कूल की छत गिरने से सात मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी। उस घटना ने राज्यभर में आक्रोश और शोक की लहर फैला दी थी।
दांता की घटना से स्पष्ट है कि जिले के कई स्कूल भवन अब अत्यंत जर्जर अवस्था में हैं और जानलेवा साबित हो सकते हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों और शिक्षकों की मांग है कि राज्य सरकार अविलंब सभी सरकारी स्कूल भवनों का तकनीकी सर्वे करवाए और जिन भवनों की स्थिति खराब है, उनका पुनर्निर्माण अथवा मरम्मत कराए।