अजमेर। भारी बारिश के चलते अजमेर शहर के विभिन्न हिस्सों में हुए जलभराव को लेकर पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ ने रविवार को अजमेर स्मार्ट सिटी के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने घुटनों तक पानी में उतरकर हालात का जायजा लिया और पीड़ित लोगों से मुलाकात कर उनका दुख जाना। राठौड़ ने जलभराव के लिए राज्य की भाजपा सरकार, स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराया।
राठौड़ ने अग्रसेन सर्किल, सूचना केंद्र, मेडिकल कॉलेज, बजरंगगढ़ चौराहा और आनासागर चौपाटी के इलाकों का दौरा किया और बताया कि अजमेर की हालत भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार की नाकामी का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि अजमेर जिला प्रशासन, स्थानीय भाजपा मंत्री, और राज्य सरकार ने समय रहते बारिश से निपटने की तैयारी नहीं की और चेतावनी के बावजूद कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए।
राठौड़ ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को भी घेरा और कहा कि वह पांच बार से विधायक हैं और आज सरकार में शीर्ष पद पर बैठे हैं, बावजूद इसके उन्हीं के क्षेत्र में हालात सबसे खराब हैं। उन्होंने कहा कि देवनानी को दोषारोपण की राजनीति बंद कर धरातल पर विकास करके दिखाना चाहिए, क्योंकि जनता सब कुछ देख रही है।
राठौड़ ने कहा कि जब अशोक गहलोत की सरकार थी तब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा को मॉडल सिटी की तरह विकसित किया था, जिससे वहां भारी बारिश के बाद भी जलभराव जैसी स्थिति नहीं बनती। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और वासुदेव देवनानी से अजमेर को कोटा की तर्ज पर मॉडल सिटी के रूप में विकसित करने की मांग की, जिससे आगामी बरसात में एक बूंद भी पानी न भरे।
उन्होंने दौरे के दौरान एक गरीब लुहार परिवार को आर्थिक सहायता भी प्रदान की और राहत शिविरों में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस नेताओं और पार्षदों की एक टीम भी मौजूद रही जिसमें नौरत गुर्जर, शैलेंद्र अग्रवाल, सर्वेश पारीक, आरिफ खान, शरद कपूर सहित कई पदाधिकारी शामिल थे।