राजस्थान सरकार ने पशुपालकों को राहत और पशु चिकित्सा सेवाओं को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। वर्ष 2025-26 की बजट घोषणा के तहत बुधवार को पशुपालन विभाग द्वारा प्रदेश के 28 जिलों में 197 नवीन पशु चिकित्सा उपकेंद्र खोलने की स्वीकृति जारी की गई। इन केंद्रों के संचालन के लिए 394 नवीन पदों के सृजन की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा ने पशुपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन उपकेंद्रों के माध्यम से पशुपालकों को आसानी से उपचार, परामर्श और टीकाकरण की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
जिला वार विवरण के अनुसार, सबसे अधिक उपकेंद्र बाड़मेर (18), उदयपुर (17), बीकानेर (15), जोधपुर (14), भीलवाड़ा (13), चित्तौड़गढ़ (11) और पाली (10) जिलों में खोले जाएंगे। शेष उपकेंद्र अन्य 21 जिलों में स्थापित किए जाएंगे। इन उपकेंद्रों पर पशुधन निरीक्षक और पशु परिचर के 394 नवीन पदों की स्वीकृति दी गई है।
प्रत्येक उपकेंद्र पर आवश्यक फर्नीचर और उपकरणों के लिए ₹30,000 की राशि भी मंजूर की गई है ताकि सुविधाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
यह निर्णय पशुपालकों की पहुंच में चिकित्सा सेवाएं बढ़ाने, पशुधन की देखभाल और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार का एक सार्थक प्रयास है।