Thursday, 10 July 2025

राजस्थान में उद्योगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ज्वाइंट ग्रुप गठित, उद्योगों को सुलभ बनाने पर सरकार का जोर: राज्यवर्धन सिंह राठौड़


राजस्थान में उद्योगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ज्वाइंट ग्रुप गठित, उद्योगों को सुलभ बनाने पर सरकार का जोर: राज्यवर्धन सिंह राठौड़

राजस्थान सरकार ने प्रदेश में व्यापार और उद्योगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ज्वाइंट ग्रुप गठित करने की घोषणा की है। यह घोषणा उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयपुर स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लघु उद्योग भारती, राजस्थान द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय संगोष्ठी में की। मंत्री राठौड़ ने कहा कि सरकार का फोकस व्यापार को आसान और किफायती बनाने पर है। इस ग्रुप में उद्योग, वन, पर्यावरण, खान, स्किल डेवलेपमेंट विभागों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ लघु उद्योग भारती को भी शामिल किया जाएगा। यह समूह उद्योगों से जुड़ी जमीनी समस्याओं को चिन्हित कर उनके स्थायी समाधान मुख्यमंत्री को सौंपेगा।

कार्यक्रम में उद्योग राज्य मंत्री केके विश्नोई ने बताया कि पत्थर पर GST दर को 18% से 28% करने के प्रस्ताव को रोकना राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि मार्बल-ग्रेनाइट पर टैक्स दर में और कटौती की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे। साथ ही पुराने अप्रासंगिक कानूनों की समीक्षा कर उन्हें सरल बनाया जाएगा।

इंडस्ट्री कमिश्नर रोहित गुप्ता ने बताया कि राइजिंग राजस्थान में हुए 35 लाख करोड़ के एमओयू में से 4 लाख करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारा गया है। सरकार की MSME, ODOP और RIPS योजनाएं इस दिशा में सहायक सिद्ध हो रही हैं।

लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि राजस्थान को विकसित राज्य बनाने के लिए सरकार और संगठन मिलकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हस्तशिल्प महोत्सव के लिए नोडल एजेंसी और इंडिया स्टोन मार्ट-2026 में सह आयोजक बनाने पर राज्य सरकार का आभार जताया।

खनिज नीति, जो देश में सर्वोत्तम मानी जाती है, उसके क्रियान्वयन में आने वाली समस्याएं जैसे वन मंजूरी, पर्यावरणीय क्लीयरेंस, प्रदूषण नियंत्रण की प्रक्रियाएं, ड्रोन आधारित वॉल्यूमेट्रिक असेसमेंट आदि विषयों पर भी चर्चा हुई। वरिष्ठ अधिकारियों ने इन विषयों पर व्यावहारिक समाधान देने का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम में इंडिया स्टोन मार्ट-2026 के संयोजक नटवरलाल अजमेरा ने बताया कि अब तक 55% बुकिंग हो चुकी है, जो राजस्थान के पत्थर उद्योग के लिए उत्साहजनक संकेत है। संगोष्ठी के आयोजन में लघु उद्योग भारती के कई वरिष्ठ पदाधिकारी, उद्यमी एवं विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

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