जयपुर में रविवार को आयोजित गौ ध्वज पूजन और परिक्रमा कार्यक्रम के दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के प्रतिनिधि योगीराज शैलेन्द्र महाराज ने एक बड़ा राजनीतिक ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि गौ भक्त सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित न रहें, बल्कि राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाएं। इसी दिशा में एक पहल के तहत देशभर में 33 करोड़ ‘गौ मतदाता’ बनाए जाएंगे, जो गाय के नाम पर खड़े उम्मीदवार को ही वोट देंगे।
शैलेन्द्र महाराज ने कहा कि यदि कोई पार्टी या प्रत्याशी गौ सेवा और संरक्षण की शपथ लेकर सामने आता है, तो गौ क्रांति मंच उसका समर्थन करेगा। लेकिन जो सरकारें गौ माता के नाम पर वादे कर सत्ता में आती हैं और बाद में चुप्पी साध लेती हैं, उनके विकल्प तैयार किए जाएंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जिस सरकार ने गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिया, वह सरकार दोबारा सत्ता में लौटी। इससे यह स्पष्ट है कि गाय के लिए कार्य करने वाले ही सत्ता में वापसी करते हैं।
उन्होंने बताया कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पिछले वर्ष पूरे भारत में गौ प्रतिष्ठा यात्रा निकाली थी, और हर राज्य की राजधानी में जाकर गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग की गई थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद केंद्र सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसलिए अब जनजागरण का तरीका बदला जा रहा है, और राजनीतिक हस्तक्षेप की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।