जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025-26 का विधिवत शुभारंभ करते हुए ‘राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन’ को दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वातानुकूलित (AC) ट्रेन वरिष्ठ नागरिकों को रामेश्वरम और मदुरई जैसे पावन तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाएगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर तीर्थयात्रियों से मुलाकात कर उन्हें मंगलमय, सुरक्षित और सुखद यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “वरिष्ठजन समाज की अमूल्य धरोहर हैं, जिन्होंने जीवनभर राष्ट्र और समाज की सेवा की है। इस योजना के माध्यम से हम उनका सम्मान करते हुए उन्हें श्रद्धा और कृतज्ञता अर्पित कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि तीर्थ स्थलों की यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि यह सनातन संस्कृति को जोड़ने और समाज में भाईचारा बढ़ाने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य ने भारत के चारों दिशाओं में चार धाम स्थापित कर तीर्थों के महत्व को रेखांकित किया था।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार इस वर्ष 50,000 वरिष्ठजनों को एसी ट्रेनों द्वारा 13 प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाएगी। इसके अतिरिक्त, करीब 6,000 श्रद्धालुओं को नेपाल में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए हवाई यात्रा भी उपलब्ध करवाई गई है।
उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने 593 राजकीय मंदिरों की मासिक भोग राशि में वृद्धि, मंदिरों के उत्सव आयोजन, जीर्णोद्धार, तथा जनसुविधाओं के विकास कार्यों को भी प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान को भी रेखांकित करते हुए कहा कि 2014 के बाद से मोदी जी के नेतृत्व में देश की सनातन परंपराओं को नई ऊर्जा मिली है। सोमनाथ का पुनर्निर्माण, महाकाल महालोक, केदारनाथ घाटी का पुनरुद्धार, और अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण जैसे कार्य इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
इस अवसर पर देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, सांसद मदन राठौड़, महापौर श्रीमती सौम्या गुर्जर, एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में तीर्थयात्री एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।