Saturday, 07 June 2025

नीट यूजी परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर पास कराने का मामला: जयपुर में दो डॉक्टर और एक एमबीबीएस स्टूडेंट गिरफ्तार


नीट यूजी परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर पास कराने का मामला: जयपुर में दो डॉक्टर और एक एमबीबीएस स्टूडेंट गिरफ्तार

जयपुर, जयपुर में नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें डमी कैंडिडेट को बैठाकर परीक्षा पास कराने के आरोप में पुलिस ने दो डॉक्टर और एक मेडिकल छात्र को गिरफ्तार किया है। यह फर्जीवाड़ा करीब 60 लाख रुपए के सौदे के तहत किया जा रहा था। मामला जयपुर ग्रामीण के चौमूं थाना क्षेत्र का है।

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर मामला दर्ज किया गया और एसीपी चौमूं अशोक चौहान के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। शुक्रवार को की गई कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें शामिल हैं:

डॉ. सुभाष सैनी (33 वर्ष), निवासी जैतपुरा, चौमूं — वर्तमान में कॉमन हेल्थ ऑफिसर (CHO) के पद पर घाटवा, कुचामन (नागौर) में कार्यरत हैं।

सचिन गोरा (22 वर्ष), पुत्र हरदेव गोरा, लक्ष्मी विहार, कचौलिया, चौमूं — वर्तमान में AIIMS जोधपुर से एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र है।

अजीत गोरा (30 वर्ष), पुत्र रामपाल गोरा — जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज, भरतपुर से एमबीबीएस पूरा कर चुका है और अब इंटर्नशिप कर रहा है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपियों ने नीट यूजी परीक्षा में असली परीक्षार्थी के स्थान पर डमी कैंडिडेट को बैठाकर पेपर पास कराने के लिए 60 लाख रुपए में सौदा किया था। मामले में अन्य छात्रों और अभिभावकों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।

पुलिस अब इस पूरे फर्जीवाड़े से जुड़े संगठित रैकेट की गहराई से जांच कर रही है, जिसमें मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने के लिए पैसे के बदले धोखाधड़ी की जाती थी। इस गिरोह से जुड़े और भी कई नाम सामने आ सकते हैं।

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