भरतपुर: गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर एक बार फिर राजस्थान की राजनीति में हलचल है। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला शनिवार को पीलूपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने 8 जून को होने वाली महापंचायत की तैयारियों का जायजा लिया।
विजय बैंसला ने कहा कि यह महापंचायत कर्नल किरोड़ी बैंसला साहब के निधन के बाद सबसे बड़ी सभा होगी। समाज पूरी तरह एकजुट है और बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होंगे।”
उन्होंने राज्य सरकार पर अधूरी मांगों को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि 17 सालों के संघर्ष में केवल दो बातें पूरी हुईं—2019 में मिला 5% आरक्षण और देवनारायण योजना। बाकी सभी मांगें अभी तक अधूरी हैं।
देवनारायण योजना को लेकर उन्होंने तीखी आलोचना की और कहा कि योजना आज "गड्ढे में पड़ी" है। उन्होंने कहा:
न छात्रवृत्ति मिल रही है,
न स्कूटी योजना में कुछ हो रहा,
न गुरुकुल योजना में बच्चों को लाभ मिल रहा,
न 3 महीने में समीक्षा करने वाली सब-कमेटी की बैठकें हो रही हैं,
न केस वापस लिए जा रहे हैं।
बैंसला ने सरकार से सवाल किया कि कौनसी मांगें वास्तव में पूरी हुई हैं? उन्होंने जोर देकर कहा कि यह महापंचायत सरकार को जगाने का काम करेगी और समाज की एकजुटता का प्रदर्शन होगी।
इससे पहले गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेडम ने समाज के लोगों से समझाइश के लिए बातचीत की बात कही थी, लेकिन संघर्ष समिति अपने रुख पर अडिग नजर आ रही है।