राजस्थान सरकार ने झुंझुनूं और हनुमानगढ़ जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को हटाकर एपीओ (Awaiting Posting Orders) कर दिया है। कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश में झुंझुनूं के एसपी शरद चौधरी और हनुमानगढ़ के एसपी अरशद अली को उनके वर्तमान पदों से हटाते हुए एपीओ घोषित किया गया है। वर्तमान में दोनों जिलों के एसपी पद रिक्त हैं, क्योंकि नए अधिकारियों की नियुक्ति अभी तक नहीं हुई है।
गौरतलब है कि शरद चौधरी और अरशद अली दोनों को जनवरी 2025 में डीआईजी पद पर पदोन्नत किया जा चुका था, लेकिन इसके बावजूद वे अभी तक एसपी के पद पर कार्यरत थे। शरद चौधरी 19 अगस्त 2024 से झुंझुनूं में और अरशद अली 25 अगस्त 2024 से हनुमानगढ़ में एसपी के रूप में तैनात थे।
इन दोनों अधिकारियों को एपीओ किए जाने को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। दोनों जिलों से जुड़ी शिकायतों और प्रशासनिक असंतोष को इस कार्रवाई का संभावित कारण बताया जा रहा है।
राज्य में कुल 10 आईपीएस अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें डीआईजी पद पर प्रमोशन मिल चुका है, लेकिन वे अब भी एसपी के पद पर कार्यरत हैं। अब इनमें से 8 अधिकारी अभी भी पुराने पदों पर काम कर रहे हैं, जिनमें आनंद शर्मा, गौरव यादव, भुवन भूषण यादव, प्रहलाद सिंह कृष्णिया, राजन दुष्यंत, शंकर दत्त शर्मा, राममूर्ति जोशी और आलोक श्रीवास्तव जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
इन परिस्थितियों के मद्देनज़र यह अनुमान लगाया जा रहा है कि राज्य सरकार जल्द ही आईपीएस अधिकारियों की बड़ी तबादला सूची जारी कर सकती है। इसमें डीआईजी प्रमोटेड अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी और रिक्त एसपी पदों पर नियुक्ति की जाएगी।