नई दिल्लीभारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच सोमवार को हुई अहम बातचीत में सीजफायर को बनाए रखने और सैन्य तनाव घटाने पर सहमति बनी है। बातचीत के दौरान दोनों देशों ने स्पष्ट किया कि अब बॉर्डर पर न तो एक भी गोली चलाई जाएगी और न ही कोई आक्रामक सैन्य कार्रवाई की जाएगी।
भारतीय सेना के अनुसार, दोनों पक्षों ने बॉर्डर और फॉरवर्ड इलाकों से सैन्य बलों को धीरे-धीरे कम करने पर प्रतिबद्धता जताई है। यह फैसला क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
सीजफायर की पूरी तरह से पालना होगी
बॉर्डर और अग्रिम चौकियों से सेनाएं कम की जाएंगी
कोई भी देश पहल करके गोलीबारी या सैन्य हरकत नहीं करेगा
स्थानीय कमांडरों के स्तर पर भी संपर्क बनाए रखा जाएगा
शांति बहाली की दिशा में यह अहम कदम माना जा रहा है
7 मई से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचाया गया।इसके बाद 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की गुहार लगाई गई, जिसके बाद दोनों देशों के DGMO के बीच आज विस्तार से वार्ता हुई।
भारत की ओर से स्पष्ट किया गया कि शांति तभी बनी रह सकती है जब पाकिस्तान आतंकवाद के प्रति पूरी तरह गंभीर रुख अपनाए।DGMO स्तर की यह वार्ता अब स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।