नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नए निदेशक की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अहम बैठक की। इस उच्चस्तरीय बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना भी शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य मौजूदा CBI प्रमुख प्रवीण सूद के स्थान पर नए निदेशक के चयन पर विचार करना था। प्रवीण सूद 25 मई 2024 को रिटायर हो रहे हैं। वे कर्नाटक कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्होंने 25 मई 2023 को CBI निदेशक का पदभार संभाला था। चूंकि CBI निदेशक का कार्यकाल सिर्फ दो वर्षों का होता है, इसलिए यह चयन प्रक्रिया समय से पहले शुरू कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में उम्मीदवारों की वरिष्ठता, निष्पक्षता, पेशेवर दक्षता और पिछले रिकॉर्ड जैसे बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। सरकार की ओर से संभावित नामों की सूची पहले ही तैयार की जा चुकी थी, जिस पर समिति ने विस्तार से मंथन किया।
CBI निदेशक की नियुक्ति प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश की समिति की सिफारिश पर की जाती है, ताकि चयन प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रहे।
नए निदेशक की नियुक्ति देश की प्रमुख जांच एजेंसी के भविष्य के नेतृत्व और बड़े मामलों की जांच के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।