इस्लामाबाद। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (संसद) ने सोमवार को भारत के खिलाफ सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया। यह प्रस्ताव कानून मंत्री आजम नजीर तरार द्वारा पेश किया गया। उन्होंने कहा कि देश को इस समय राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता है और इस विषय पर एक सामूहिक संदेश दिया जाना चाहिए, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की एकजुटता का संकेत मिल सके।
कानून मंत्री ने असेंबली में डेली कामकाज को स्थगित करने का प्रस्ताव रखते हुए कहा, “हम सभी एकजुट होकर अपने देश के लिए खड़े हैं, यह समय आंतरिक मतभेदों को पीछे छोड़ एक आवाज में बात करने का है।”
इस प्रस्ताव से पहले राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारत के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए नेशनल असेंबली का विशेष सत्र बुलाया था। इस विशेष सत्र में भारत के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी गई और हाल ही में भारत द्वारा लिए गए कुछ प्रमुख फैसलों पर चिंता व्यक्त की गई।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कई बड़े कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल समझौते को स्थगित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लॉन्ग टर्म वीजा रद्द करना जैसे निर्णय शामिल हैं। भारत ने इन कार्रवाइयों को राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता के हित में जरूरी बताया है।