जयपुर। विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित शिव महापुराण कथा को कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शनिवार को तीसरे दिन ही अचानक समाप्त करने की घोषणा कर दी। मिश्रा ने मंच से यह कहते हुए कथा को बीच में बंद करने का ऐलान किया कि, “इससे बड़ी कथा हमने यूपी में की थी, लेकिन वहां प्रशासन पूरी तरह सहयोगी था। जयपुर में हमें वह समर्थन नहीं मिला।”
गौरतलब है कि यह कथा 1 मई से 7 मई तक चलने वाली थी। आयोजन समिति के सचिव अनिल संत ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने सहयोग करने की बजाय अड़चनें खड़ी कीं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते बंद कर दिए, जिससे श्रद्धालुओं को पहुंचने में परेशानी हुई। इसके अलावा पुलिस ने कथास्थल पर आगे की पंक्तियों में अपने लोगों को बैठा दिया, और हमारे स्वयंसेवकों को प्रवेश नहीं दिया गया।
जयपुर कलक्टर जितेंद्र सोनी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, “हमारी ओर से कथा रद्द करने के कोई आदेश नहीं दिए गए थे। हमने तो अपनी टीम लगाकर वहां की व्यवस्थाएं संभालने का प्रयास किया।”
इस घटनाक्रम के बाद सोशल मीडिया पर कथा रद्द होने को लेकर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। श्रद्धालु भी प्रशासन और आयोजकों के बीच समन्वय की कमी पर नाराजगी जता रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस प्रकरण में क्या स्पष्टीकरण देता है और क्या भविष्य में ऐसे धार्मिक आयोजनों के लिए कोई नई दिशा-निर्देश तय किए जाते हैं।