पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने 5 मई की शाम 5 बजे इस्लामाबाद स्थित संसद भवन में नेशनल असेंबली का आपातकालीन सत्र बुलाया है। यह आदेश शनिवार आधी रात को अचानक जारी किया गया, जिससे क्षेत्रीय तनाव और राजनीतिक अटकलों का माहौल बन गया है।
सूत्रों के मुताबिक, इस आपातकालीन सत्र का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत के खिलाफ आधिकारिक प्रतिक्रिया देना हो सकता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ कड़े और भड़काऊ बयान दिए जा सकते हैं।
भारत की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और विदेश मंत्रालय पूरे घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है। यह सत्र ऐसे समय में हो रहा है जब भारत ने पाकिस्तान से सभी डायरेक्ट और इनडायरेक्ट ट्रेड पर पाबंदी लगाने का ऐलान कर दिया है और पाकिस्तानी जहाजों के भारतीय बंदरगाहों पर प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है।
विदेश नीति विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान यह सत्र अंतरराष्ट्रीय मंच पर राजनीतिक माहौल बनाने और भारत को घेरने के उद्देश्य से बुला रहा है। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख बनाए रखेगा और किसी भी दुष्प्रचार का सटीक और सशक्त जवाब देगा।