Saturday, 03 May 2025

भाखड़ा नांगल जल विवाद: पंजाब-हरियाणा में नहीं बनी सहमति, केंद्र की बैठक बेनतीजा, दोनों राज्यों ने बुलाई सर्वदलीय बैठकें


भाखड़ा नांगल जल विवाद: पंजाब-हरियाणा में नहीं बनी सहमति, केंद्र की बैठक बेनतीजा, दोनों राज्यों ने बुलाई सर्वदलीय बैठकें

भाखड़ा नांगल बांध से अतिरिक्त पानी के बंटवारे को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहा जल विवाद फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई एक अहम बैठक में दोनों राज्यों के साथ-साथ राजस्थान के अधिकारियों ने हिस्सा लिया, लेकिन डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक के बाद भी कोई सर्वसम्मति नहीं बन पाई। बैठक के बाद भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) द्वारा हरियाणा को अगले आठ दिनों के लिए 4500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने के निर्णय को यथावत लागू करने की सिफारिश की गई है।

बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन ने नांगल डैम क्षेत्र में पंजाब पुलिस की तैनाती पर नाराजगी भी जताई। उनका मानना है कि यह मुद्दा दोनों राज्यों के बीच समन्वय से सुलझना चाहिए, न कि टकराव की स्थिति बनाकर।

उधर, पंजाब में इस मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मति से यह कहा गया कि हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने के किसी भी फैसले को पंजाब स्वीकार नहीं करेगा। मान ने कहा कि पंजाब पहले ही जल संकट से जूझ रहा है और यह राज्य की जीवनरेखा है।

वहीं हरियाणा ने भी इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है। सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने शनिवार को चंडीगढ़ में सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा की है और कहा है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो राज्य अपने जल अधिकार को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा, क्योंकि न्यायालय का ग्रीष्मकालीन अवकाश शीघ्र शुरू होने वाला है।

इस विवाद ने अब सियासी रंग भी ले लिया है, जहां एक ओर पंजाब अपने हक का पानी न छोड़ने पर अड़ा है, वहीं हरियाणा सिंचाई और कृषि के लिए पर्याप्त जल की मांग पर अडिग है। आने वाले दिनों में केंद्र द्वारा इस विषय पर एक-दो और बैठकें कराए जाने की संभावना जताई जा रही है, ताकि राज्यों के बीच कोई व्यावहारिक समाधान निकल सके।

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