जयपुर सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के तृतीय सत्र का 28 अप्रैल को औपचारिक अवसान हो गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि अब विधायकों को अंतःसत्र काल में भी जनहित से जुड़े मुद्दों पर प्रश्न पूछने का नया अवसर मिलेगा।
अध्यक्ष देवनानी ने बताया कि प्रत्येक विधायक अब सप्ताह में एक अंतःसत्रकालीन अतारांकित प्रश्न पूछ सकेगा। इसका उत्तर राज्य सरकार को 30 दिनों के भीतर सीधे संबंधित विधायक को भेजना होगा और उसकी एक प्रति विधानसभा सचिवालय को भी उपलब्ध करानी होगी।
उन्होंने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक अहम कदम बताया और कहा कि इससे आमजन की समस्याओं के निराकरण में मदद मिलेगी और विधायकों को भी प्रशासन से पारदर्शी जानकारी प्राप्त करने का सशक्त मंच मिलेगा।
देवनानी ने आगे कहा कि नए सत्र के प्रारंभ होने पर प्रत्येक विधायक 10 तारांकित और 20 अतारांकित प्रश्नों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत पुनः पूछ सकेंगे। यह व्यवस्था जनप्रतिनिधियों के प्रश्न पूछने के अधिकार को और सशक्त करेगी तथा विधानसभा की कार्यवाही को अधिक उत्तरदायी और प्रभावी बनाएगी।