राजस्थान की राजनीति में शुक्रवार को एक बार फिर सियासी तापमान चढ़ गया, जब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने तीखा पलटवार किया। वे जयपुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान की कार्यशाला में भाग लेने पहुंचे थे।
राठौड़ ने गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा, "उन्हें लगता है कि जादू के डंडे से सब कुछ हो सकता है, लेकिन अब वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। अशोक गहलोत तीन बार मुख्यमंत्री रहे, 15 साल तक शासन किया, फिर भी प्रदेश की यह स्थिति क्यों बनी हुई है?"
ईआरसीपी परियोजना को लेकर भी राठौड़ ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि, "पांच साल तक कांग्रेस सरकार ने इस योजना को ठंडे बस्ते में रखा। जब गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुलाया, तब कांग्रेस सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। अब भाजपा की इच्छाशक्ति के चलते इस परियोजना को लेकर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।"
राठौड़ ने कहा, “नई परियोजनाओं में समय लगता है। पाइपलाइन, नहरें, टेंडर—इन सबमें वक्त लगता है। भागीरथ को भी समय लगा था, हम भी उसी मेहनत से काम कर रहे हैं।”
वसुंधरा राजे के हालिया बयानों पर राठौड़ ने समर्थन जताते हुए कहा कि, "राजे ने कोई गलत बात नहीं कही। यदि कोई अधिकारी लापरवाही करता है तो उस पर कार्रवाई होना जरूरी है। भाजपा सरकार में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
राठौड़ ने गहलोत को घेरते हुए कहा, "उन्होंने अपने शासन में कुछ नहीं किया और अब जनता के बीच जाकर झूठी सहानुभूति जता रहे हैं। सवाल यह है कि पानी की किल्लत और अन्य मूलभूत समस्याएं वे अपने कार्यकाल में क्यों नहीं सुलझा पाए?"
राजस्थान की राजनीति में यह तकरार आने वाले दिनों में और तीखी होने की संभावना है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच ईआरसीपी, पानी संकट और प्रशासनिक जवाबदेही जैसे मुद्दों को लेकर जंग खुलकर सामने आ गई है।