अजमेर में शुक्रवार को बीच सड़क पर एक डॉक्टर के साथ हुई मारपीट और जबरन जीप में बैठाने की घटना ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) ने सख्त कार्रवाई करते हुए जेईएन रघुनंदन सिंह चौहान को सस्पेंड कर दिया, जबकि घटना में शामिल 6 होमगार्ड्स को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
पूरा विवाद एक प्लॉट पर कथित अतिक्रमण को लेकर हुआ था। घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन पर जवाबदेही का दबाव बना।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने आरोप लगाया कि एडीए की टीम ने गैर-कानूनी तरीके से उनके निजी प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश की, और जब उन्होंने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई और धक्के देकर पुलिस की जीप में बैठा लिया गया।
वहीं दूसरी ओर, एडीए के जेईएन रघुनंदन सिंह चौहान ने डॉक्टर और उनके परिजनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने गाली-गलौज की और एक कॉन्स्टेबल से मारपीट करते हुए उसकी वर्दी तक फाड़ दी।
दोनों पक्षों की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस प्रकरण ने प्रशासनिक कार्रवाई के तरीके और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।