जयपुर राजस्थान विधानसभा में एप्रोप्रिएशन बिल पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने आईफा (IIFA) अवॉर्ड्स के आयोजन पर 100 करोड़ से ज्यादा खर्च करने का आरोप लगाया, जबकि खाटू श्याम और गोविंद देव मंदिरों के लिए पर्याप्त बजट नहीं देने की बात कही।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार ने आईफा पर 100 करोड़ से ज्यादा खर्च कर दिए, लेकिन खाटू श्याम जी और गोविंद देव जी के लिए 100 करोड़ नहीं दिए।उन्होंने पूछा कि सरकार ने आईफा में राजस्थान का प्रमोशन किया या किसी और आयोजन का?आईफा में 7 लाख रुपए के गोल्डन पास बांटे गए, लेकिन मंत्रियों तक को ये पास नहीं मिले।
जूली ने तंज कसते हुए कहा कि इस आयोजन में सिर्फ शाहरुख खान ही पहली कतार के एक्टर थे, बाकी सभी दूसरे दर्जे के कलाकार थे।माधुरी दीक्षित को भी उन्होंने दूसरी कतार की अभिनेत्री बताया।आईफा के पोस्टर में किसकी फोटो थी और तवज्जो किसे दी गई, यह सब जानते हैं।
टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास के दरवाजे गरीबों के लिए बंद कर दिए गए हैं, जबकि खास लोगों के लिए खुले हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल अपने चहेतों को ही प्राथमिकता दे रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में हर राजस्थानी पर 1 लाख रुपए का कर्ज हो चुका है।महिला वित्त मंत्री होने के बावजूद पूर्व सरकार की स्मार्टफोन योजना बंद कर दी गई।इंटरनेट यूजर बढ़ाने से जीडीपी बढ़ती है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही।
टीकाराम जूली ने सवाल उठाया कि इन्वेस्टर समिट में सोनू निगम को बुलाया गया, लेकिन आईफा में नहीं बुलाया गया।सोनू निगम ने भी एक दिन पहले आईफा को लेकर सवाल उठाए थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुंभ स्नान के लिए सत्ता पक्ष तो गया, लेकिन विपक्ष को नहीं ले जाया गया।उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि पहले आप अपने पाप धो लीजिए, हमने तो वैसे भी कोई पाप नहीं किया है।
जूली ने कहा कि शिक्षा मंत्री अंग्रेजी स्कूल बंद करने में लगे हैं और उन्हें उर्दू शब्दों से सख्त नफरत है।उन्होंने कहा कि 'दिलावर' शब्द अरबी मूल का फारसी शब्द है, हो सकता है कि सरकार इसके लिए भी कमेटी बैठा दे।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस केवल विरोध के लिए विरोध कर रही है।सरकार ने आईफा से पर्यटन को बढ़ावा देने का काम किया है और यह आयोजन राजस्थान के लिए लाभकारी रहा।