जयपुर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बोलने से रोकने पर जोरदार हंगामा हुआ। विरोध में कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल का बहिष्कार किया और सदन से बाहर चले गए।
जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खड़े हुए, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। स्पीकर ने कहा कि आप पहले ही चार बार सवाल पूछ चुके हैं, बार-बार खड़े होना सही नहीं है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति जताते हुए कहा कि विधायक को कार्रवाई पर जवाब चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आप इस मुद्दे पर चेंबर में आकर चर्चा कर सकते हैं। इस पर कांग्रेस विधायकों ने विरोध किया और सदन का बहिष्कार कर बाहर चले गए।
"नेता प्रतिपक्ष सिर्फ बाधा डालने का बहाना ढूंढते हैं। सरकार सभी सवालों के जवाब देने को तैयार है, लेकिन नियमों के अनुसार ही चर्चा होगी।"
इससे पहले विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना को लेकर टीकाराम जूली और डिप्टी सीएम दीया कुमारी के बीच तीखी बहस हो चुकी थी।
कांग्रेस विधायकों का यह बहिष्कार आने वाले सत्रों में भी जारी रह सकता है।सरकार और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ सकता है, जिससे सदन की कार्यवाही प्रभावित हो सकती है।विपक्ष मांग कर सकता है कि नेता प्रतिपक्ष को पूरी तरह से अपनी बात रखने दी जाए।
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बोलने से रोकने के मुद्दे पर हंगामा हुआ और कांग्रेस ने प्रश्नकाल का बहिष्कार किया। सरकार और विपक्ष के बीच इस विवाद से विधानसभा की कार्यवाही पर असर पड़ सकता है।