जयपुर, राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सहकारिता विभाग की 18 अरब 48 करोड़ 27 लाख 97 हजार रुपये की अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इस दौरान सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने कहा कि किसानों की समृद्धि से ही राष्ट्र की प्रगति संभव है।
सरकार ने ब्याजमुक्त अल्पकालीन फसली ऋण की सीमा 25,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की। इस योजना पर 768 करोड़ रुपये का ब्याज अनुदान दिया जाएगा।राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 2.50 लाख गोपालक परिवारों को ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य में 42,352 सहकारी समितियां कार्यरत हैं, जिनमें 1.34 करोड़ से अधिक सदस्य हैं।गबन-घोटालों में लिप्त कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।नवीन 'को-ऑपरेटिव कोड' लागू करने की कार्यवाही की जा रही है।
72 लाख किसानों को सालाना 9,000 रुपये दिए जाएंगे।राज्य सरकार ने देय राशि 2,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति किस्त कर दी है।अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश।
राज्य के 2,500 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर नई समितियां खोली जाएंगी।महिला सशक्तीकरण के लिए 54 नई महिला ग्राम सेवा सहकारी समितियां स्थापित की गईं।
500 मैट्रिक टन क्षमता के 100 और 250 मैट्रिक टन क्षमता के 50 नए गोदाम बनाए जाएंगे।100 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में पुराने गोदामों का पुनर्निर्माण किया जाएगा।राज्य की भंडारण क्षमता में 1.13 लाख मैट्रिक टन की वृद्धि होगी।
"राज्य सरकार किसानों की समृद्धि और सहकारिता को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पारदर्शिता, गबन पर सख्ती और नई सहकारी नीतियों से किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।"
राजस्थान सरकार किसानों और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए कई प्रभावी कदम उठा रही है। ब्याजमुक्त ऋण योजना, किसानों के लिए बढ़ी हुई आर्थिक सहायता और सहकारी ढांचे में पारदर्शिता से राज्य के कृषि और सहकारी क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।