खाटूश्यामजी के वार्षिक लक्खी मेले में पुलिस और प्रशासन की सख्ती को लेकर स्थानीय व्यापारियों और सफाई कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ गई है। विरोधस्वरूप सफाई कर्मचारियों ने कचरे से भरे ऑटो टिपर को मेला मजिस्ट्रेट ऑफिस के बाहर खड़ा कर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जब तक उन्हें काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वे विरोध जारी रखेंगे।
सोमवार को खाटू नगरी में बाजार पूरी तरह बंद रहा, क्योंकि व्यापारियों ने प्रशासन की सख्ती के खिलाफ प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने गलियों को टीनशेड लगाकर बंद कर दिया, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है और व्यापार प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय निवासियों को आधार कार्ड दिखाकर आने-जाने की अनुमति मिले।
डीएसपी संजय बोथरा को मेला ड्यूटी से हटाया जाए।
कबूतर चौक से टीनशेड हटाया जाए।
दुकानों पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए पास जारी किए जाएं।
श्याम कुंड खोला जाए और मेडिकल इमरजेंसी में तुरंत अनुमति दी जाए।
बोर्ड परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को बिना रोकटोक आने-जाने दिया जाए।
नगरपालिका क्षेत्र के निवासियों से पार्किंग शुल्क न लिया जाए।
व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने एएसपी गजेंद्र सिंह जोधा और मेला मजिस्ट्रेट मोनिका सामोर से मुलाकात की। कुछ मांगों पर सहमति बनी, लेकिन पूरी मांगें न माने जाने के कारण व्यापार मंडल ने बाजार बंद रखने का निर्णय किया।
मेले में 52 बीघा की पार्किंग में अधिक और मनमाना शुल्क वसूलने पर प्रशासन ने पार्क मोंट कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की है।
कलक्टर मुकुल शर्मा ने कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया और अब नगर पालिका ही पार्किंग व्यवस्था संभालेगी, जो पूरी तरह निशुल्क होगी।
एसपी भुवन भूषण यादव ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
श्रद्धालुओं से वसूली गई अतिरिक्त पार्किंग राशि को जल्द ही रिफंड किया जाएगा।
गौरतलब है कि पार्क मोंट कंपनी इससे पहले अयोध्या में श्रीराम कथा पार्किंग, चेन्नई एयरपोर्ट और अयोध्या एयरपोर्ट पर एआई आधारित पार्किंग सेवाएं प्रदान कर रही थी। लेकिन खाटू मेले में अनियमितताएं पाए जाने के बाद टेंडर निरस्त कर दिया गया।
मेले में वीआईपी दर्शन पूरी तरह बंद किए गए हैं।
दिव्यांगों और बुजुर्गों को स्वयंसेवकों की सहायता से व्हीलचेयर द्वारा सुगम दर्शन की सुविधा दी जा रही है।
मेला परिसर में बैरिकेडिंग लगाई गई है और मंदिर क्षेत्र को नो-पार्किंग जोन घोषित किया गया है।
300 सफाई कर्मी और 1500 स्वयंसेवी मेला क्षेत्र की सफाई करेंगे।
18 अग्निशमन वाहन तैनात किए जाएंगे, जिसमें फायर बाइक भी शामिल होगी।
व्यापारियों और सफाई कर्मचारियों के विरोध के बीच प्रशासन व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन नाराजगी बनी हुई है। अब देखना होगा कि प्रशासन व्यापारियों की मांगों को किस हद तक स्वीकार करता है और कब तक यह विरोध समाप्त होता है।