जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने अपनी तीन प्रमुख आवासीय योजनाओं के तहत तीन लाख से अधिक आवेदकों से आवेदन शुल्क और प्रोसेसिंग फीस के रूप में लगभग 30 करोड़ रुपये एकत्र किए। हालांकि, लॉटरी में असफल रहे आवेदकों को अब तक रिफंड नहीं मिला है, जबकि JDA ने दावा किया था कि रिफंड प्रक्रिया 72 घंटे में पूरी कर दी जाएगी।
JDA ने अटल विहार, गोविंद विहार और पटेल नगर आवासीय योजनाओं के लिए आवेदन मंगवाए थे, जिनकी लॉटरी 14 फरवरी से 24 फरवरी के बीच निकाली गई। लॉटरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सफल आवेदकों के दस्तावेजों की जांच और प्लॉट आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन असफल आवेदक अब भी अपने रिफंड का इंतजार कर रहे हैं।
JDA के अनुसार, रिफंड की प्रक्रिया फरवरी के अंत तक या मार्च की शुरुआत में पूरी कर दी जाएगी। हालांकि, अभी तक कोई निश्चित तिथि घोषित नहीं की गई है, जिससे आवेदकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
JDA ने आवेदन के समय ही स्पष्ट कर दिया था कि आवेदन शुल्क के रूप में लिए गए 1,000 रुपये वापस नहीं किए जाएंगे, लेकिन बाकी रजिस्ट्रेशन राशि ई-मित्र या ऑनलाइन माध्यम से लौटा दी जाएगी। बावजूद इसके, अब तक रिफंड नहीं मिलने से कई आवेदक RERA (Real Estate Regulatory Authority) में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।
योजना का नाम | कुल भूखंड | कुल आवेदन | लॉटरी तिथि |
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अटल विहार आवासीय योजना | 284 | 83,541 | 14 फरवरी |
गोविंद विहार आवासीय योजना | 202 | 1,32,715 | 20 फरवरी |
पटेल नगर आवासीय योजना | 270 | 52,116 | 24 फरवरी |
लॉटरी में असफल रहे आवेदकों का कहना है कि JDA ने आवेदन प्रक्रिया के दौरान रिफंड को लेकर पारदर्शिता का दावा किया था, लेकिन अब 400 करोड़ रुपये की रिफंड राशि अटकी हुई है। कई आवेदकों ने JDA से स्पष्ट तारीख घोषित करने और शीघ्र रिफंड जारी करने की मांग की है।