राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान विधायकों को अनुशासन और परंपराओं का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब आसन पैरों पर हो, तब कोई भी सदस्य सदन में इधर-उधर न जाएं और अपनी सीट पर ही बने रहें।
देवनानी ने सदस्यों से भाषा में शालीनता बरतने और सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोई भी विधायक किसी अन्य को संबोधित करते समय सदन में घूमे नहीं, टोका-टोकी न करें और सामने से न निकलें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सदन में मोबाइल फोन पर बातचीत पूरी तरह से प्रतिबंधित है और नाम पुकारे जाने पर ही संबंधित सदस्य को बोलने की अनुमति होगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान संबंधित मंत्री और अधिकारी सदन में मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि यदि इन नियमों का कठोरता से पालन किया जाए, तो सदन की कार्यवाही बेहतर ढंग से संचालित होगी।
📌 मुख्य निर्देश:
✔️ आसन के पैरों पर होने पर सदस्य सीट से न उठें
✔️ बिना अनुमति के बाहर से अंदर न आएं और न ही बाहर जाएं
✔️ सदन में भाषा की शालीनता बनाए रखें
✔️ मोबाइल फोन पर बातचीत पूरी तरह से प्रतिबंधित
✔️ संबंधित मंत्री और अधिकारी अनुदान मांगों की चर्चा के दौरान उपस्थित रहें