राजस्थान विधानसभा में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नेवा सेवा केंद्र का शुभारंभ किया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को फीता काटकर इस डिजिटल सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद मदन राठौड़, तथा अन्य विधायकगण भी उपस्थित थे।
डिजिटल विधान सभा की ओर बड़ा कदम: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन (NEVA) के अंतर्गत इस सेवा केंद्र की स्थापना की गई है, जो राजस्थान विधानसभा को पेपरलेस बनाने की दिशा में एक अहम पहल है। यह केंद्र विधायकों, अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए ई-लर्निंग कम ई-फैसिलिटेशन सेंटर के रूप में कार्य करेगा।
नेवा सेवा केंद्र के लाभ और उद्देश्य: विधायकगण को NEVA मॉड्यूल्स का प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी।विधानसभा की कार्यवाही को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक सुविधाएँ दी जाएंगी।लोकसभा एवं अन्य विधानसभाओं की तर्ज पर राजस्थान विधानसभा को भी डिजिटल किया जाएगा। विधानसभा कार्यवाही, विधेयक, रिपोर्ट्स, प्रश्न, बुलेटिन आदि की जानकारी आम नागरिक, मीडिया, शोधकर्ताओं और अधिकारियों के लिए ऑनलाइन सुलभ होगी।
'वन नेशन, वन एप्लिकेशन' के तहत डिजिटल विधानसभा: विधानसभा अध्यक्षदेवनानी ने बताया कि 'वन नेशन, वन एप्लिकेशन' की अवधारणा के तहत राजस्थान विधानसभा लोकसभा और अन्य विधानसभाओं की तर्ज पर डिजिटल बन गई है। इस एप्लिकेशन का उद्देश्य संसदीय कार्यों को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना है।
परियोजना की वित्तीय सहायता और तकनीकी पहल:इस परियोजना को केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से 60:40 अनुपात में वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। प्रत्येक विधायक की सीट पर आईपैड लगाया गया है, जिससे वह डिजिटल रूप में कार्यवाही में भाग ले सकते हैं। विधायकगण को एक लैपटॉप व प्रिंटर उपलब्ध कराने का भी प्रावधान किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस महत्वपूर्ण डिजिटल परियोजना की लगातार समीक्षा की गई और उनके प्रयासों के कारण यह योजना सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के तीसरे सत्र से सफलतापूर्वक शुरू हो सकी है।
इस अवसर पर विधानसभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा, विशिष्ट सहायक केके शर्मा, प्रमुख संदर्भ और अनुसंधान अधिकारी विनोद मिश्रा, नेवा के नोडल अधिकारी नरेश जैन सहित विधानसभा के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।