राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) 2025 में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ पर राजनीति, राजस्थान के विकास और केंद्र सरकार के बजट को लेकर कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी।
उन्होंने कहा कि "मैं हर साल जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आता हूं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि दुनिया भर में प्रसिद्ध इस फेस्टिवल का जन्म जयपुर में हुआ। हमें इसे और बड़ा बनाना चाहिए ताकि राजस्थान के पर्यटन को बढ़ावा मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें।"
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल सिर्फ विचारों के आदान-प्रदान का मंच नहीं, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने का भी माध्यम है।"
"पिछले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान का नाम तक नहीं लिया था। कोई नई राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं हुई, कोई नई रेल लाइन नहीं मिली, बड़े प्रोजेक्ट नहीं दिए गए। यह राजस्थान के साथ अन्याय है।"
"राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए ताकि निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ सकें।"
"धर्म और राजनीति को मिलाना सही नहीं है, इससे देश की गंगा-जमुनी तहजीब प्रभावित होती है।"