Wednesday, 22 January 2025

जयपुर नगर निगम हेरिटेज में शीत युद्ध: कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पार्षदों ने खोला मोर्चा


जयपुर नगर निगम हेरिटेज में शीत युद्ध: कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पार्षदों ने खोला मोर्चा

जयपुर नगर निगम हेरिटेज में एक बार फिर से शीत युद्ध शुरू हो गया है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पार्षदों ने नगर निगम के मौजूदा हालातों और प्रशासनिक तानाशाही के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए संचालन समितियों के गठन की मांग की है। बुधवार को इन पार्षदों ने बैठक कर जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान नहीं होने पर सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी।

पार्षदों की मुख्य मांगें: संचालन समितियों का गठन:पार्षदों ने नगर निगम में संचालन समितियां बनाने की मांग की है ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके और जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके।

अधिकारियों की मॉनिटरिंग: पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम में अधिकारियों की तानाशाही चल रही है और जनता की कोई सुनवाई नहीं हो रही।

भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों पर रोक:नगर निगम हेरिटेज में पट्टों के आवंटन और सफाई व्यवस्था में भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों की शिकायतें।

कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पार्षद उत्तम शर्मा ने कहा कि नगर निगम हेरिटेज में भ्रष्टाचार चरम पर है। अधिकारी पार्षदों की बात नहीं सुनते, जिससे जनता के काम प्रभावित हो रहे हैं। संचालन समितियों का गठन जल्द होना चाहिए।

पार्षद अरविंद मेठी ने कहा कि जनता की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। पार्षदों को जिम्मेदारी दी जाए ताकि जनता को राहत मिल सके।

पार्षद ज्योति चौहान ने कहा किअधिकारियों की तानाशाही के कारण पार्षद परेशान हैं। हमने सरकार से मांग की है, लेकिन अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम मजबूर होकर सख्त कदम उठाएंगे।

बैठक में भाजपा को समर्थन देने वाले कांग्रेस के 7 पार्षद शामिल हुए:जकरिया शेरम,मनोज मुद्गल,उत्तम शर्मा,पारस जैन,अरविंद मेठी,ज्योति चौहान और संतोष कंवर साथ ही पूर्व पार्षद के पुत्र सुनील मीणा भी बैठक में मौजूद रहे।

कांग्रेस से भाजपा में आए पार्षदों का यह विरोध भाजपा संगठन और प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास माना जा रहा है।

संचालन समितियों के गठन से पार्षदों को अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर निगरानी रखने का अधिकार मिलेगा, जिससे उनका राजनीतिक प्रभाव बढ़ेगा।

अगर पार्षदों की मांगें नहीं मानी गईं, तो नगर निगम हेरिटेज में सियासी तनाव और गहराने की संभावना है।सरकार के फैसले पर निर्भर करेगा कि यह विवाद किस दिशा में जाएगा।

Previous
Next

Related Posts