मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बुधवार को जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) का औचक निरीक्षण किया। सुबह लगभग 10 बजे पंत ने जेडीए मुख्यालय पहुंचकर ग्राउंड फ्लोर से लेकर सेकंड फ्लोर तक अधिकारियों के कमरों और फाइलों की स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ जेडीसी आनंदी भी मौजूद रहीं।
निरीक्षण की मुख्य बातें: फाइलों और प्रोजेक्ट्स का रिव्यू
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जेडीए के मंथन सभागार में लंबित फाइलों और शहर के विकास प्रोजेक्ट्स पर प्रजेंटेशन लिया।उन्होंने फाइल डिस्पोजल की प्रक्रिया में सुधार और 10% पेंडेंसी की सराहना की। पंत ने कहा, "जेडीसी आनंदी ने शानदार काम किया है। जनता से जुड़े कार्य सही तरीके और समय सीमा में पूरे हो रहे हैं।"
समय पर न आने वाले अधिकारियों को चेतावनी: पंत ने पाया कि कई अधिकारी और कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे थे। उन्होंने पंक्चुएलिटी पर जोर देते हुए जेडीसी को सख्त निर्देश दिए। पिछली निरीक्षण की याद दिलाते हुए पंत ने कहा कि ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों की लेट-लतीफी पर पूर्व कार्रवाई: जनवरी 2024 में निरीक्षण के दौरान, जेडीए के 1 आईएएस और 2 आरएएस अधिकारियों को एपीओ किया गया था। इस बार भी निरीक्षण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मुख्य सचिव के बयानकाम में सुधार: पंत ने कहा, "जेडीए में हर दौरे के साथ इम्प्रूवमेंट हो रहा है। जनता के कार्य तेजी से पूरे हो रहे हैं।"
पंक्चुएलिटी पर जोर: उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को गुड गवर्नेंस के तहत समय पर कार्यालय पहुंचने की सख्त हिदायत दी।
जेडीसी की तारीफ: "जेडीसी आनंदी एक काबिल अधिकारी हैं और उन्होंने जेडीए में कई सुधार किए हैं।"
मुख्य सचिव सुधांश पंत का JDA से पुराना जुड़ाव:सुधांश पंत 2010 में JDA के आयुक्त रह चुके हैं। उन्हें जेडीए की कार्यशैली और समस्याओं का व्यापक अनुभव है, जिसके चलते उनका निरीक्षण और दिशा-निर्देश ज्यादा प्रभावी माने जा रहे हैं।